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विपक्ष के हंगामे पर PM बोले- नोटबंदी भ्रष्टाचार के खिलाफ पहला कदम, आगे भी लेते रहेंगे कड़े फैसले

मोदी ने यह भी साफ कहा, 'हमारे लिए पार्टी देश से ऊपर नहीं. चुनाव जीतना ही सिर्फ हमारा उद्देश्य नहीं, बल्कि असली लक्ष्य देश को मजबूत बनाना है. भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है.'

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पीएम मोदी और अमित शाह
पीएम मोदी और अमित शाह

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नोटबंदी पर सत्तापक्ष और विपक्ष के हंगामे के कारण संसद का शीतकालीन सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया. इससे नाराज पीएम ने शुक्रवार को बीजेपी सांसदों की बैठक में कांग्रेस पर हमला बोला. मोदी ने साफ कर दिया कि वो भ्रष्टाचार के खिलाफ और भी कड़े कदम उठाएंगे. पीएम ने कहा, 'नोटबंदी तो भ्रष्टाचार के खिलाफ पहला कदम है, आखिरी कदम नहीं. भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने के लिए अभी बहुत कुछ करना है.' पीएम मोदी ने नोटबंदी पर समर्थन के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को धन्यवाद भी दिया.

चुनाव से पहले मोदी का सांसदों को संदेश
मोदी ने यह भी साफ कहा, 'हमारे लिए पार्टी देश से ऊपर नहीं. चुनाव जीतना ही सिर्फ हमारा उद्देश्य नहीं, बल्कि असली लक्ष्य देश को मजबूत बनाना है. भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है.' मोदी ने संकेत दिए की बेनामी संपत्ति पर भी अब सरकार कड़े कदम उठाने जा रही है और सांसदों को इस योजना की सकारात्मक बातें लोगों को बतानी चाहिए.

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इंदिरा गांधी का नाम लेकर कांग्रेस पर साधा निशाना
मोदी ने कांग्रेस के हंगामे को भ्रष्टाचार से ध्यान भटकाने की रणनीति बताया. उन्होंने कहा, 'एक दल क्या देश से बड़ा हो गया है. ये दिलचस्प है कि विपक्ष भ्रष्टाचार के खिलाफ नहीं, बल्कि उसके लिए एक साथ आ गया है.' पीएम ने कहा कि इंदिरा गांधी जब प्रधानमंत्री थीं और वाई. चव्हाण वित्त मंत्री, उस समय भ्रष्टाचार रोकने के लिए वांचू कमिटी ने भी नोटबंदी की सिफारिश की थी. जब चव्हाण ने इसे लागू करने पर अपनी राय रखी तो, इंदिरा गांधी ने रिपोर्ट को खारिज कर दिया. उल्टे चव्हाण से पूछा कि क्या आपको चुनाव नहीं लड़ना?' मोदी की इस बात पर संसदीय दल की बैठक में ठहाके भी लगे.

बेनामी संपत्तियों पर नजर
पीएम ने आगे कहा कि कांग्रेस ने भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा कि हम भ्रष्टाचार से लड़ रहे हैं तो इन्हें तकलीफ़ हो रही है. मोदी ने एक और उदाहरण दिया कि 1988 में बेनामी अधिनियम पारित हो गया था. अभी तक उसे अमली जामा पहनाने की कोशिश नहीं हुई. उन्होंने इस दिशा में आगे बढ़ने के संकेत देते हुए कांग्रेस की चुटकी ली कि अगर हम इसे लागू करेंगे तो कांग्रेस हम पर ही हमला करेगी.

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अमित शाह ने सांसदों को काम पर लगाया
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने सभी सांसदों को उनके संसदीय क्षेत्र में सात दिन लगाने को कहा. अमित शाह ने कहा कि सभी सांसद जनता को नोटबंदी की जरूरत और कारण बताएं और विपक्ष की पोल खोले. गौरतलब है कि गुरुवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ हुई बैठक में कुछ सांसदों ने इस मुद्दे पर चिंता जताई थी. अमित शाह ने उस बैठक में भी दो टूक कहा था कि नोटबंदी और कैशलेस को लेकर पूरी पार्टी को आक्रामक तरीके से जनता के बीच जाना चाहिए. अब मोदी ने भी पार्टी सांसदों के सामने सरकार की सोच स्पष्ट कर दी है.

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