मोदी सरकार अपने आखिरी पूर्णकालिक बजट को आम जन तक पहुंचाने के लिए अभियान चलाएगी. पीएम मोदी ने आज संसदीय दल की बैठक में बजट को ‘सबका साथ सबका विकास’ का डॉक्यूमेंट बताते हुए अपने सभी सांसदों से कहा है कि वे इसकी खूबियों के बारे में जन-जन को बताएं. पीएम ने इस काम के लिए बाकायदा सभी सांसदों को निर्देश भी दिया कि वे इस काम के लिए सोशल मीडिया का भरपूर प्रयोग करें.
अमित शाह ने पीएम मोदी और वित्त मंत्री को दी बधाई
बजट सत्र के बाद आज भाजपा ने संसदीय दल की बैठक की. शाम साढ़े पांच बजे संसद भवन की लाइब्रेरी में शुरू हुई बैठक दो घंटे से भी ज्यादा समय तक चली. बैठक के बाद संसदीय कार्यमंत्री ने बताया कि ऐतिहासिक बजट के बाद हुई इस बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली को बजट के लिए बधाई दी.
बजट ‘सबका साथ सबका विकास’ का डॉक्यूमेंट
इसमें वित्त मंत्री ने बजट की बारीकियों पर सभी सदस्यों को बताया. पीएम मोदी ने बैठक में इस बजट को सबका साथ सबका विकास का एक डॉक्यूमेंट बताया. उन्होंने आयुष्मान भारत बीमा योजना को दुनिया का सबसे बड़ा बीमा बताया. पीएम ने सभी सांसदों को बजट को आम लोगों तक पहुंचाने को कहा.
(यहां पढ़ें वित्त मंत्री अरुण जेटली का पूरा बजट भाषण)
प्रेस वार्ता और सोशल मीडिया से बताएं खूबियां
पीएम ने सभी सांसदों से इस बजट को प्रेस वार्ता और सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने का अभियान चलाने को कहा है. वित्तमंत्री अरुण जेटली ने बैठक में बजट में आम जनता से जुड़ी घोषणाओं की बारीकियों के बारे में बीजेपी सांसदों को समझाया, ताकि सांसद जनता को बेहतर तरीके से बजट के फायदों को बता सके. संसदीय कार्यमंत्री ने बताया कि बीजेपी सांसद चिंतामणि वांगा के निधन की वजह से कल लोकसभा की कार्यवाही नहीं होगी.
बजट में सरकार ने किसानों के लिए खोला खजाना
गौरतलब है कि आज वित्तमंत्री अरुण जेटली ने आम बजट में किसानों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर अपना खजाना खोल दिया. हालांकि मध्यम वर्ग के लिए इस बजट में कुछ खास नहीं मिला है.
टैक्स के मोर्चे पर भी राहत नहीं
केंद्र सरकार ने आम बजट में टैक्स के मोर्चे पर भी कोई राहत नहीं दी है. आम आदमी को उम्मीद थी कि उसे इस बजट में टैक्स के मोर्चे पर कम से कम 50 हजार रुपये की राहत मिलेगी. लेकिन सरकार ने इसमें कोई बदलाव नहीं किया है और इन्हें पुराने टैक्स स्लैब में ही रखा है.
ये है टैक्स रेट
मौजूदा समय में आपको आपकी इनकम के मुताबिक 5 से 30 फीसदी तक टैक्स चुकाना पड़ता है. वित्त वर्ष 2018-19 के लिए अगर आपकी इनकम 2.5 लाख रुपये तक है, तो कोई टैक्स नहीं देना होगा. 2.5 से 5 लाख पर 5 फीसदी, 5 लाख-10 लाख पर 20 फीसदी और 10 लाख से अधिक पर आपको 30 फीसदी टैक्स देना पड़ता है.