प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 2016 की पहली मन की बात की. वैसे, यह 16वीं मन की बात थी. मोदी ने इसकी शुरुआत महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देकर की. उन्होंने पूरे देश से 30 जनवरी को ठीक सवा ग्यारह बजे मौन रखने की अपील की. मोदी ने खादी की ताकत भी बताई. बोले- खादी में इतनी ताकत है कि यह करोड़ों लोगों को रोजगार दे सकती है.
सोलर चरखों ने बदली जिंदगी
मोदी ने कहा कि 'देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग उन्हें बता रहे हैं कि सोलर चरखों ने कैसे उनकी जिंदगी बदल दी. खादी अब एक प्रतीक बन गई है. अलग पहचान बन गई है. युवा पीढ़ी भी इसकी ओर आकर्षित हो रही है. इन दिनों सोलर का उपयोग करते हुए चरखा चलाना और सोलर एनर्जी को चरखे के साथ जोड़ना बहुत ही सफल प्रयोग रहा है. मेरा आग्रह है कि अपने ढेर सारे कपड़ों में एक खादी भी रहे.'
बोले- सबका कल्याण खादी में ही
मोदी ने कहा, मन की बात ने मुझे आप लोगों के साथ ऐसे बांधकर रखा है कि कोई भी चीज नजर आ जाती है तो आपके बीच बता देने की इच्छा हो जाती है. उन्होंने सरदार पटेल का भी जिक्र किया. बोले- खादी के संबंध में पटेल ने कहा है कि हिंदुस्तान की आजादी खादी में ही है. हिंदुस्तान में जिसे हम धर्म मानते हैं वह खादी में ही है. सबका कल्याण खादी में ही है. मोदी ने बताया कि 30 जनवरी को उन्होंने पत्र लिखकर और टेक्नोलॉजी के जरिए देश में खादी और ग्रामोद्योग से जुड़े लोगों तक पहुंचने का प्रयास किया.
मोदी ने किए ये दो ऐलान
रेलवे स्टेशन बनेंगे हमारी परंपरा की पहचान
मोदी ने अपने स्वच्छता अभियान की सफलता बताते हुए कहा कि 'स्वच्छता अब सौंदर्यता में बदल गई है. स्वच्छता अभियान को बढ़ावा देते हुए कई रेलवे स्टेशनों को वहां के स्थानीय नागरिक, कलाकार और छात्र सजाने में लगे हैं. यह मेरी या रेलवे की नहीं, बल्कि लोगों की पहल का नतीजा है. जल्द ही हमारे रेलवे स्टेशन हमारी परंपराओं की पहचान बनेंगे. उन्होंने लोगों से अपील की- यदि आपने भी कोई स्वच्छता अभियान चलाया है तो उसकी तस्वीरें भेजें. इससे लोगों को प्रेरणा मिलेगी.'
'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ओ' की तारीफ
पीएम ने बीजेपी शासित हरियाणा और गुजरात की तारीफ की. बोले- 'हरियाणा और गुजरात में एक समय था जब सेक्स रेशो बहुत गड़बड़ हो गया था. लेकिन दोनों राज्यों ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की शानदार मिसाल पेश की है. हरियाणा में अब बेटियों की जन्म दर बढ़ी है. इसके लिए मैं यहां के लोगों को बधाई देता हूं.'
स्टार्ट अप में अनंत संभावनाएं
मोदी ने स्टार्ट अप इंडिया का जिक्र करते हुए कहा कि 'इसमें अनंत संभावनाएं हैं. लोगों को लगता है कि यह सिर्फ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी तक ही सीमित है. सिक्किम में दो युवकों ने मुझे बताया कि वे एग्रीकल्चर में स्टार्ट अप पर काम कर रहे हैं. स्टार्ट अप में अपार संभावनाएं हैं. 16 जनवरी को स्टार्ट अप कार्यक्रम में देश के नौजवानों में नई ऊर्जा, नई चेतना, नई उमंग और नया उत्साह देखा.'
विकलांगों को दिया नया नाम
प्रधानमंत्री ने अपने आखिरी 'मन की बात' में विकलांगों को नया नाम दिया था. मोदी ने कहा था कि परमात्मा ने जिसके शरीर में कुछ कमी दी होती है हम उसे विकलांग कहते हैं. लेकिन जब हम ऐसे व्यक्तियों से मिलते हैं तो हमें पता चलता है कि उनकी एक शारीरिक क्षमता भले चली गई हो लेकिन उनमें दूसरी कोई ऐसी कुशलता होती है जो आम लोगों में नहीं होती. मोदी ने ऐसे लोगों के लिए विकलांग की जगह दिव्यांग शब्द इस्तेमाल करने की पैरवी की. मोदी ने कहा कि हम रेलवे, बस स्टैंड से लेकर तमाम सार्वजनिक जगहों पर इन लोगों के लिए सुविधापूर्ण बनाने पर ध्यान दें.