PM नरेंद्र मोदी के आध्यात्मिक गुरु स्वामी दयानंद सरस्वती का निधन हो गया है. वे पिछले कुछ समय से गंभीर रूप से बीमार चल रहे थे.
स्वामी दयानंद सरस्वती ने ऋषिकेश में बुधवार रात 10:20 बजे आखिरी सांस ली. उन्हें अस्पताल के ICU से आश्रम लाया गया था. शुक्रवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
Swami Dayananda Saraswati ji's demise is a personal loss. I pray that his soul attains eternal peace.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 24, 2015
11 सितंबर को गुरु से मिले थे PM मोदी My thoughts are with the countless people inspired by Dayananda Saraswati ji. He was a powerhouse of knowledge, spirituality & service.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 24, 2015
गुरु से 16 साल पुराना रिश्ता
गांधीनगर बुलाकर किया था स्वागत
नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने बड़े आदर के साथ अपने गुरु दयानंद गिरि को गांधीनगर बुलाकर उनका स्वागत किया था.
मोदी के जीवन पर गहरा प्रभाव
86 साल के स्वामी दयानंद गिरि की सबसे बड़ी खूबी यह थी कि वे वेदांत के जरिए आज की समस्याओं का भी निदान निकाल लेते थे. यही वजह है कि मोदी के जीवन पर अपने गुरु का गहरा प्रभाव है.
संयुक्त राष्ट्र से मिला अवॉर्ड
स्वामी दयानंद गिरि ऋषिकेष में दयानंद सरस्वती आश्रम और कोयंबटूर में अर्श विद्या गुरुकुलम के संचालक थे. उनके आश्रम से देशभर में सौ से ज्यादा शिक्षा के केंद्र चलाए जाते हैं. शिक्षा और सेहत के लिए बेहतरीन काम करने के चलते दयानंद आश्रम को साल 2005 में संयुक्त राष्ट्र की तरफ से अवॉर्ड भी मिल चुका है.