नेपाल के एक मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूजा अर्चना विवाद का मुद्दा बन गया. इस कारण से लोकसभा की कार्यवाही भी स्थगित हुई. दरअसल, तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने लोकसभा में यह मुद्दा उठाया और कहा कि पीएम को पिछले हफ्ते ईद की बधाई भी देनी चाहिए थी.
उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री ने नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर में पूजा की, हम इसकी सराहना करते हैं. लेकिन उन्हें ईद मुबारक भी कहना चाहिए था.'
उन्होंने कहा कि सभी जातियों, धर्मो के लोगों को विजय दशमी के अवसर विजय दशमी की और ईद के अवसर पर ईद की बधाई देनी चाहिए. इसमें भेदभाव क्यों बरता जाता है. सरकार ने इन आरोपों का खंडन किया.
संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा, ‘यह सरकार सर्वधर्म समभाव में विश्वास करती है और ईद के मौके पर प्रधानमंत्री की ओर से मुस्लिम समुदाय को ईद की मुबारकबाद दी गई थी.’
बाद में कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री द्वारा रमजान के महीने में इफ्तार पार्टी नहीं देने का मुद्दा उठाया और कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी तक ने इफ्तार पार्टी दी थी.
अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि यह बहुत ही व्यक्तिगत मामला है और वह इसे उठाने की अनुमति नहीं देंगी.