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'10 साल में पहली बार सेशन से पहले कोई विदेशी चिंगारी नहीं फूटी...', पीएम नरेंद्र मोदी का विपक्ष पर तंज

बजट सत्र से पहले अपने संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने खुलकर भारत के मामलों में विदेशी हस्तक्षेप की ओर इशारा किया. पीएम मोदी ने कहा कि 10 साल में ये पहला मौका है जब संसद सत्र से पहले देश में कोई विदेशी चिंगारी नहीं दिख रही है. गौरतलब है कि पिछले कुछ सालों में देश में संसद सत्र से पहले हिंडनबर्ग, पेगासस जैसे मामले उठते रहे हैं.

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विदेशी चिंगारी की ओर पीएम मोदी का इशारा (फोटो-x)
विदेशी चिंगारी की ओर पीएम मोदी का इशारा (फोटो-x)

बजट सत्र से पहले संसद के बाहर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि 2014 के बाद शायह यह पहला सत्र है जब बजट सत्र के पहले कोई विदेशी चिंगारी देश में नहीं देखने को मिल रही है. 

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पीएम मोदी ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा, "आपने देखा होगा, शायद 2014 से लेकर अब तक यह पहला संसद सत्र है, जिसके एक-दो दिन पहले कोई 'विदेशी चिंगारी' (विदेशी हस्तक्षेप) नहीं देखी गई, जिसमें किसी विदेशी ताकत ने आग लगाने की कोशिश नहीं की. मैंने हर बजट सत्र से पहले यह देखा था और हमारे देश में कई लोग इन चिंगारियों को हवा देने में कोई कसर नहीं छोड़ते..."

पीएम मोदी ने कहा कि वे 2014 से देखते आ रहे हैं कि हर सत्र के पहले शरारत करने के लिए लोग तैयार बैठे रहते थे और यहां हवा देने वालों की कमी नहीं है. उन्होंने कहा कि ये पहला सत्र वे पिछले 10 साल के बाद देख रहे हैं जब किसी भी विदेशी कोने से कोई चिंगारी नहीं उठी है." 

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राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार पीएम मोदी ने अपनी इस अहम टिप्पणी में सत्र से पहले विदेश से पहले उठाये जाने वाले वैसे मामलों की ओर देश का ध्यान खींचा है जो सत्र के पहले एजेंडे के तहत उठाए जाते हैं और फिर विपक्ष इन मुद्दों को लेकर पूरे सत्र में हंगामा करता रहता है. 

जॉर्ज सोरोस का लिंक

बता दें कि इससे पहले शीतकालीन सत्र में अरबपति जॉर्ज सोरोस और उसके एनजीओ द ओपन सोसायटी फाउंडेशन से कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के संबंधों का मुद्दा बीजेपी ने उठाया था. 8 दिसंबर 2024 और उसके बाद के दिनों में ये मुद्दा संसद में छाया रहा. बीजेपी ने सोनिया गांधी पर आरोप लगाया कि वह उस संगठन से जुड़ी हैं जिसे जॉर्ज सोरोस की संस्था द्वारा फंड किया जाता है. कांग्रेस ने इन आरोपों का खंडन किया था.  

हिंडनबर्ग के खुलासे

गौरतलब है कि जनवरी 2023 में अमेरिकी शॉर्ट शेलर कंपनी हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप पर कुछ खुलासे किये थे. इससे पूरे सत्र में हंगामा हुआ था.  

पेगासस लिंक से हंगामा

भारत को लेकर एक और खुलासा पेगासस स्पाइवेयर के इस्तेमाल को लेकर जुलाई 2021 में हुआ था. यह खुलासा एक अंतर्राष्ट्रीय जांच का हिस्सा था. इस जांच में द न्यूयॉर्क टाइम्स, द वाशिंगटन पोस्ट, द गार्जियन, और ली मोन्ड जैसे अखबार शामिल थे. 

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पेगासस एक स्पाइवेयर है जो इजरायल की साइबर सुरक्षा कंपनी NSO ग्रुप द्वारा विकसित किया गया है. यह सॉफ्टवेयर मोबाइल उपकरणों को हैक करने में सक्षम है. भारत को लेकर किये गए खुलासे के अनुसार भारत सरकार ने 2017 में पेगासस स्पाइवेयर को खरीदा था. इस खुलासे में आरोप लगाया गया था कि  इसका इस्तेमाल कई पत्रकारों, कार्यकर्ताओं, राजनीतिक विरोधियों और अन्य प्रमुख व्यक्तियों को टारगेट करने के लिए किया गया. इस मुद्दे पर संसद में खूब हंगामा हुआ था. 

मां लक्ष्मी की आराधना से संबोधन की शुरुआत

इससे पहले अपने संबोधन की शुरुआत पीएम मोदी ने धन की देवी मां लक्ष्मी की आराधना से की. 

पीएम मोदी ने कहा, "आज बजट सत्र की शुरुआत में मैं समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी को नमन करता हूं. सदियों से हम ऐसे अवसरों पर मां लक्ष्मी को याद करते आ रहे हैं... मां लक्ष्मी हमें सफलता और बुद्धि प्रदान करती हैं... मैं महालक्ष्मी से प्रार्थना करता हूं कि देश के हर गरीब और मध्यम वर्ग पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बनी रहे."


उन्होंने 2047 के भारत की तस्वीर खींचते हुए कहा कि  "हमारे गणतंत्र ने 75 वर्ष पूरे कर लिए हैं. यह देश के प्रत्येक नागरिक के लिए बहुत गर्व की बात है. इस देश के लोगों ने मुझे तीसरी बार ये जिम्मेदारी दी है और ये इस तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट है. मैं विश्वास से कह सकता हूं कि 2047 में जब आजादी के 100 साल होंगे, विकसित भारत का जो संकल्प इस देश ने लिया है उस दिशा में यह बजट सत्र, यह बजट एक नया विश्वास पैदा करेगा, नई ऊर्जा देगा कि देश जब आजादी के 100 साल मनाएगा तब विकसित होकर रहेगा. 140 करोड़ देशवासी अपने सामूहिक प्रयासों से इस संकल्प को पूरा करेंगे. "

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पीएम मोदी ने कहा कि "तीसरे कार्यकाल में हम मिशन मोड में देश को सर्वांगीण विकास की दिशा में चाहे वह भौगोलिक रूप से हो, सामाजिक रूप से हो या आर्थिक भिन्न-भिन्न संदर्भ में हो, हम सर्वांगीण विकास के संकल्प को लेकर मिशन मोड में आगे बढ़ते जा रहे हैं."

उन्होंने कहा कि विकास का मंत्र देते हुए कहा कि रिफॉर्म, परफ़ॉर्म और ट्रांस्फॉर्म. जब विकास की तेज गति हासिल करनी होती है, तो सबसे ज्यादा जोर रिफॉर्म पर होता है. राज्य और केंद्र सरकारों को मिलकर परफ़ॉर्म करना होता है और लोगों की भागीदारी से हम ट्रांस्फॉर्मेशन देख सकते हैं.

गौरतलब है कि बजट सत्र इस बार दो भागों में आयोजित किया जाएगा. पहला भाग 31 जनवरी से 13 फरवरी तक चलेगा, जबकि दूसरा भाग 10 मार्च से शुरू होकर 4 अप्रैल को समाप्त होगा. 

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