भारत ने सीमा पर जारी तनातनी और हिंसक झड़प के बाद चीन को घेरने की तैयारी तेज कर दी है. सैन्य और राजनीतिक मोर्चे दोनों पर हलचल तेज है. सैन्य मोर्चे पर सेना पूरी तरह तैयार है, तो राजनीतिक मोर्चे पर सरकार भी अलर्ट है. चीन के साथ तनाव को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक की. इस बैठक की शुरुआत में चीन सीमा पर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी गई.
इस बैठक में सोनिया गांधी, अखिलेश यादव, नीतीश कुमार, ममता बनर्जी, मायावती, नवीन पटनायक, उद्धव ठाकरे, शरद पवार समेत कुल 20 राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल रहे. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सर्वदलीय बैठक में शामिल विपक्षी नेताओं को गलवान में सेना की तैनाती के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि सीमा पर सेना पूरी तरह से मुस्तैद है.
सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि जब 5 मई को लद्दाख समेत कई जगह चीनी घुसपैठ की जानकारी सामने आई, तो उसके तुरंत बाद ही सरकार को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए थी. राष्ट्र की अखंडता और रक्षा के लिए पूरा देश एक साथ खड़ा है. साथ ही सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का समर्थन करता है.
उन्होंने कहा कि हम अब भी इस विवाद के कई अहम पहलुओं को लेकर अंधेरे में हैं. सोनिया गांधी ने सरकार से सवाल किया कि आखिर किस दिन लद्दाख में चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की? सरकार को कब चीनी घुसपैठ का पता चला? खबरों की मानें तो घुसपैठ 5 मई को हुई, क्या यह सही है, या फिर घुसपैठ उसके बाद हुई?
उन्होंने पूछा कि क्या सरकार को नियमित रूप से अपने देश की सीमाओं की सैटेलाइट तस्वीरें नहीं मिलती हैं? क्या हमारी खुफिया एजेंसियों ने एलएसी के आसपास असामान्य गतिविधियों की जानकारी नहीं दी? क्या हमारी खुफिया एजेंसियों ने एलएसी पर चीनी घुसपैठ की जानकारी नहीं दी? क्या सेना की इंटेलिजेंस ने सरकार को LAC पर चीनी कब्जे और भारतीय क्षेत्र में चीनी सेना की मौजूदगी के बारे में अलर्ट नहीं किया? क्या सरकार इसको खुफिया तंत्र की विफलता मानती है?
सोनिया गांधी ने कहा, 'मैं प्रधानमंत्री से अपील करती हूं कि वो हमसे सभी जानकारी साझा करें और इस साल अप्रैल से लेकर अब तक के सारे हालात की जानकारी दें. उन्होंने सरकार से पूछा कि अब आगे का रास्ता क्या होगा? कांग्रेस पार्टी की ओर से हम यह भी जानना चाहेंगे कि चीनी सेना की वापसी के बारे में क्या कार्रवाई चल रही है? सरकार यह स्पष्ट आश्वासन दे कि पूरे सीमा क्षेत्र में पहले की स्थिति बहाल की जाएगी. चीन पहले की तरह एलएसी पर पुरानी स्थिति में अपनी सेना की वापसी करेगा.'
सोनिया ने कहा- सेना के साथ सभी विपक्षी दल एकजुट
सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल हमारे सैनिकों के साथ पूरी तरह एकजुट हैं. हमारी सेनाएं सभी चुनौतियों से निपटने में सक्षम हैं, इसके लिए हम कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं. देश के लोग सरकार से उम्मीद करते हैं कि वो पूरे देश और विपक्ष को विश्वास में लें और लगातार पूरे घटनाक्रम की जानकारी दें, तभी हम दुनिया के सामने अपनी एकजुटता ओर सहयोग सुनिश्चित कर सकेंगे.
Delhi: Prime Minister Narendra Modi chairs all-party virtual meeting to discuss India-China border situation, at 7, Lok Kalyan Marg; 20 parties attend the meeting pic.twitter.com/CIix9MI6rp
— ANI (@ANI) June 19, 2020
सर्वदलीय बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हो रही है. विपक्ष ने सर्वदलीय बैठक का स्वागत किया है. देश के बड़े मुद्दों पर विपक्ष को भरोसे में लेने की लोकतांत्रिक परिपाटी रही है.