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बिजनेस समिट में बोले मोदी- फ्रांस के पास संसाधन हैं तो हमारे पास जरूरत और बाजार

फ्रांस के राष्ट्रपति इस साल गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि हैं. 26 जनवरी को वह प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के साथ राजपथ के मंच पर मौजूद होंगे. इसके साथ ही पहली बार फ्रांस की सेना की एक टुकड़ी भी गणतंत्र दिवस परेड में शामिल हो रही है.

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समिट के दौरान पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति ओलांद
समिट के दौरान पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति ओलांद

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फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद अपनी तीन दिवसीय भारत यात्रा पर रविवार को चंडीगढ़ पहुंचे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रॉक गार्डेन में राष्ट्रपति ओलांद का गले लगकर स्वागत किया. इस दौरान दोनों शीर्ष नेताओं ने पार्क में तकरीबन 12 मिनट तक सैर भी की. मोदी और ओलांद ने चंडीगढ़ में ही बिजनेस समिट में हिस्सा लिया. इस दौरान पीएम ने कहा कि फ्रांस ने दुनिया को आतंकवाद से लड़ने रास्ता दिखाया है.

सीईओ मंच को संबोधि‍त करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'फ्रांस ने दुनिया को सिद्धांतों और प्रगति के मार्ग से हटे बिना आतंकवाद का मुकाबला करने का रास्ता दिखा दिया. मैं राष्ट्रपति ओलांद को सुन रहा था, मैं उनके शब्दों में भारत के साथ काम करने के लिए उनकी उत्साह और आत्मविश्वास को देख सकता हूं. फ्रांस के साथ भारत की जो निकटता है, जो विश्वास पनपा है. ये आने वाले दिनों के लिए एक बहुत बड़ी अमानत है.'

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पीएम ने कहा कि भारत के पास फ्रांस के साथ काम करने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर और वाटरवेज समेत बहुत से अवसर हैं. उन्होंने देश की युवा जनसंख्या का जिक्र करते हुए कहा कि हम गुड गवर्नेंस के बल पर ग्लोबल बेंचमार्क तक पहुंचना चाहते हैं. पीएम ने कहा कि फ्रांस और भारत एक दूसरे के लिए बने हैं. मोदी ने कहा, 'आपके पास संसाधन हैं तो हमारे पास जरूरत और बाजार है. भारत और फ्रांस डिफेंस के क्षेत्र में साथ कामकर एक मिसाल पेश कर सकते हैं.'

समिट के दौरान मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद की उपस्थिति में फ्रेंच और भारतीय कंपनियों के बीच 16 व्यापारिक समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. इसके साथ ही चंडीगढ़, नागपुर और पुडुचेरी ने स्मार्टसिटी के लिए MoU पर दस्तखत किए. फ्रांस की नौ कंपनियों के साथ EPI समझौता भी हुआ.

भारत-फ्रांस सीईओ मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत संपूर्ण विश्व समुदाय के लिए उम्मीद और विश्वास का एक स्रोत है. उन्होंने उद्यमियों से कहा, 'भारत विश्व में सबसे तेजी से बढ़ी अर्थव्यवस्था है. आपके उत्पादों के लिए हमारे पास श्रम और बाजार है.' फ्रांस्वा ओलांद ने पीएम की प्रशंसा करते हुए कहा कि मोदी ने COP21 सम्मेलन में निर्णायक भूमिका अदा की.

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ओलांद ने आगे कहा, 'मेरी भारत यात्रा का मुख्य लक्ष्य दोनों देशों के बीच सामरिक संबंधों को और मजबूत बनाना है.' दोनों नेताओं ने आतंकवाद और ग्लोबल वॉर्मिंग के क्षेत्र में साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता भी जाहिर की. मोदी ने आतंकवाद और ग्लोबल वार्मिंग को पूरी दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया.

तय कार्यक्रम के मुताबिक पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति ओलांद रविवार शाम को ही चंडीगढ़ से दिल्ली के पहुंच चुके हैं. शाम सात बजकर 25 मिनट पर उनका विशेष विमान दिल्ली के पालम हवाईअड्डे पहुंचा.

इससे पहले चंडीगढ़ में पीएम मोदी के साथ ओलांद कैपिटल कॉम्पलेक्स भी गए. फ्रांस के राष्ट्रपति इस साल गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि हैं. 26 जनवरी को वह प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के साथ राजपथ के मंच पर मौजूद होंगे. इसके साथ ही पहली बार फ्रांस की सेना की एक टुकड़ी भी गणतंत्र दिवस परेड में शामिल हो रही है. हाल ही भारतीय सेना के साथ फ्रांस की इस टुकड़ी ने युद्धाभ्यास भी किया.

भारत दौरे से पहले मोदी की प्रशंसा
भारत आने से पहले ओलांद ने कहा कि भारत और फ्रांस आतंकवाद के मुद्दे पर एक दूसरे की भावनाओं को समझते हैं. आतंकवाद के मुद्दे पर फ्रांस पूरी तरह से भारत के साथ है. उन्होंने कहा कि पठानकोट एयरबेस पर हमले के सिलसिले में भारत की चिंता जायज है. दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिए जाने की जरूरत है.

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ओलांद ने आगे कहा कि राफेल डील पर दोनों देश सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं और कुछ तकनीकी मामलों में अड़चनों को दूर करने की कोशिश की जा रही है. पीएम मोदी की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि वो उनके दृढ़निश्चय और कूटनीतिक सूझबूझ के कायल हैं.

राफेल डील पर रहेगी नजर
ओलांद की इस यात्रा में 36 राफेल फाइटर जेट डील पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं. दोनों मुल्कों के बीच यह करीब 60,000 करोड़ रुपये की डील है. फ्रांस के राष्ट्रपति के साथ करीब 100 सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल भी आया है, जिसमें डेसाल्ट एविएशन और डीसीएनएस के अधिकारी शामिल हैं. राफेल फाइटर जेट डेसाल्ट का ही ब्रांड है. बताया जा रहा है कि इस दौरे के दौरान राफेल डील के संबंध में दोनों देशों के बीच इंटर गवर्नमेंटल एग्रीमेंट पर दस्तखत हो सकता है.

चंडीगढ़ के बाद ओलांद की भारत यात्रा का कार्यक्रम-

- चंडीगढ़ में फ्रांस और भारत के उद्यमियों से बिजनेस समिट.
- इस दौरान कई समझौतों पर हस्ताक्षर हो सकते हैं.
- चंडीगढ़ से दिल्ली के लिए रवाना.
- 25 जनवरी को दिल्ली में बिजनेस लीडर्स और दूसरे सीइओ से मीटिंग.
- राष्ट्रपति भवन में ओलांद को सेरिमोनियल वेलकम दिया जाएगा.
- 25 जनवरी को ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्दांजलि देने के लिए राजघाट जाएंगे.
- 26 जनवरी को ओलांद गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होंगे.
- स्वदेश रवाना होने से पहले वो राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डेन में एट-होम में शामिल होंगे.

 

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