प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आखिरकार 'वन रैंक वन पेंशन' पर अपना रुख साफ कर दिया है. मेट्रो लाइन का उद्घाटन करने फरीदाबाद पहुंचे पीएम ने कहा कि 42 साल से अटके मामले पर उनकी सरकार ने अपना वादा पूरा किया है. मोदी ने कहा कि पेंशन योजना का लाभ हर सैनिक को मिलेगा, यहां तक कि समय से पहले रिटायमेंट लेने वाले सैनिक भी इसका लाभ पाएंगे.
16 महीने में लागू किया OROP
पीएम मोदी ने कहा कि 'वन रैंक, वन पेंशन' (OROP) पर विपक्ष ने भ्रम फैलाया है. उन्होंने कहा कि यह मामला 42 साल से अटका पड़ा था, लेकिन NDA सरकार ने सिर्फ 16 महीने में ही OROP को लागू कर दिया. उन्होंने कहा कि हर पेंशनधारी जवान को OROP का लाभ मिलेगा और VRS के नाम पर कुछ लोग भ्रमित करने का काम कर रहे हैं.
जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि हरियाणा की धरती अपने वीर सपूतों के लिए जानी जाती है. उन्होंने कहा, 'मैंने पहली बार रेवाड़ी में ही वन रैंक वन पेंशन की बात की थी. मेरे और मेरी सरकार के लिए सैनिकों के मान-सम्मान से बड़ा कुछ नहीं है. मुझे खुशी है कि हमने लंबे समय से अटके मामले में अपना वादा पूरा किया.'
सैनिकों के लिए हर कदम उठाएंगे
प्रधानमंत्री ने कहा कि 'वन रैंक वन पेंशन' का लाभ हर पेंशनधारी सैनिक को मिलेगा. यही नहीं, समय से पहले रिटायरमेंट लेने वाले सैनिकों को भी इसका लाभ मिलेगा. पीएम मोदी ने कहा, 'सैनिक देश के लिए अपनी जिंदगी दांव पर लगाते हैं. हम उनके लिए हर कदम उठाएंगे. देश के लिए जीने-मरने वाले जवानों को पूरी सुविधा मिलेगी. यह हमारी सरकार का वादा है.'
अपने भाषण में पीएम ने कहा कि सेना का हर 10 में से 1 जवान हरियाणा का है. OROP से न सिर्फ सैनिकों को लाभ होगा बल्कि हरियाणा की अर्थव्यवस्था को भी बड़ा लाभ मिलेगा.'