प्रवासी भारतीय केंद्र में आयोजित नीति आयोग के एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा करते हुए कहा कि अब कोई भी पद्म पुरस्कारों के लिए ऑनलाइन नाम की सिफारिश कर सकता है. हमारा प्रयास न्यू इंडिया बनाने का है लेकिन हर नागरिक भारत को समृद्ध बनाने और बदलाव लाने में योगदान दे सकता है.
युवा सीईओ और स्टार्ट अप्स को संबोधित करते हुए मोदी ने पिछली सरकारों पर निशाना साधा और कहा कि हमारे देश में पद्म अवॉर्ड पहले कैसे मिलते थे आपको पता ही होगा. मोदी ने ऐलान करते हुए कहा कि हमने एक छोटा सा सुधार किया है. अब कोई भी पद्म अवॉर्ड के लिए किसी भी व्यक्ति की सिफारिश कर सकता है. अब समाज के अनजाने नायकों को पहचान मिल रही है.
रोजगार का रोना रो रहे हैं दलाल
रोजगार के मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इस देश में दलाली भी एक बड़ा रोजगार है. और जो लोग इस धंधे में हैं, उनको भी अपना रोजगार देखना है. अब चूंकि बहुत कुछ बंद हो रहा है तो वही लोग आज ज्यादा रोजगार पर चिल्ला रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि दलाल इस सरकार से बाहर हैं और इस वजह से सबसे ज्यादा नाखुश वही हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भ्रष्टाचार को संस्थागत बना दिया गया. बदलाव का समय आ गया है और दलाली का समय खत्म हो गया है.
मोदी ने कहा कि मैं जिन लोगों से मिल रहा हूं वे नौजवान हैं और सरकार में नीतियां बनाने वाले लोग वरिष्ठ हैं. मैं चाहता हूं कि न्यू इंडिया के लिए युवा और वरिष्ठ मिलकर काम करें. हर नागरिक देश के लिए योगदान दे सकता है और विकास के लिए हम इसे और बढ़ाना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि इनोवेशन ही जीवन है. जब इनोवेशन नहीं होगा, तो गतिहीनता होगी.