प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कैबिनेट के मंत्रियों से पूछा है कि किसने किसने 14 से 24 अप्रैल के बीच गांवों में रात गुजारी है. दरअसल मोदी ने बीजेपी सांसदों और मंत्रियों से दलितों एवं आदिवासियों की अच्छी खासी आबादी वाले गांव में जाने और सरकार की जन कल्याण योजनाओं की जानकारी देने को कहा था.
सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में प्रधानमंत्री ने अपने मंत्रियों से पूछा कि किसने किसने 14 से 24 अप्रैल के बीच गांवों में रात गुजारी है. पीएम ने 23 मार्च को बीजेपी सांसदों की बैठक में इस संदर्भ में निर्देश दिए थे. मोदी ने बीजेपी सांसदों और मंत्रियों से 5 हजार की आबादी वाले कस्बों और गांवों में रात्रि-विश्राम का निर्देश दिया था.
बताया जा रहा है कि पीएम ने इस रात्रि-विश्राम के दौरान केंद्र सरकार की उपलब्धियों के बारे में जनता को बताने को कहा गया था. असल में उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा के गठजोड़ और दलित मसलों पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मुखर होने के बाद मोदी का यह रुख देखने को मिला था.
देशभर में दलित समाज के खिलाफ हो रहे हमलों को लेकर राहुल गांधी के अनशन के बाद मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा था. 6 अप्रैल को बीजेपी संसदीय दल की बैठक में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस को निशाने पर लिया और पार्टी सांसदों एवं मंत्रियों से दलितों एवं आदिवासियों की अच्छी खासी आबादी वाले गांव में जाने और सरकार की जन कल्याण योजनाओं की जानकारी देने को कहा था. बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने बताया, बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि बीजेपी समावेशी राजनीति कर रही है, जबकि विपक्ष विभाजनकारी एवं नकारात्मक राजनीति कर रहा है क्योंकि वह हमारी पार्टी के उत्थान से हताश हो गया है.