प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में एक बार फिर विस्तार कर सकते हैं, क्योंकि छह और मंत्रियों को शामिल किए जाने की गुंजाइश अभी बाकी है. इसमें जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और ऑल इंडिया द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) को प्रतिनिधित्व मिल सकता है.
मंत्रीमंडल में कुल 75 मंत्री
संवैधानिक सीमा लोकसभा में सत्ताधारी गठबंधन की घटक पार्टियों की कुल शक्ति का 15 फीसदी तय है, इस हिसाब से भी एक और विस्तार तो बनता है. मोदी मंत्रिमंडल में इस समय 75 मंत्री हैं, जिनमें 27 कैबिनेट मंत्री, 11 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्यमंत्री और 37 राज्यमंत्री है. संवैधानिक सीमा कुल 81 मंत्री रखने की इजाजत देती है.
इन्हें मिल सकता है मौका
राजनीतिक गलियारों में अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले मंत्रिमंडल विस्तार में हाल ही में फिर से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल हुए नीतीश कुमार के जनता दल यूनाइटेड और तमिलनाडु में सत्तारूढ़ ऑल इंडिया द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) को प्रतिनिधित्व मिल सकता है . इस तरह मोदी मंत्रिमंडल 81 का आंकड़ा छू सकता है.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपनी कैबिनेट का विस्तार किया. 3 साल के कार्यकाल में मोदी कैबिनेट का यह तीसरा विस्तार है, जिसमें 9 नए चेहरों को शामिल किया गया. वहीं 4 मौजूदा मंत्रियों धर्मेंद्र प्रधान, पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण और मुख्तार अब्बास नकवी को तरक्की देकर कैबिनेट मंत्री का बनाया गया है. इसके साथ ही कई मंत्रियों की मोदी कैबिनेट से छुट्टी कर दी गई है.