'स्वच्छ भारत मिशन' की तीसरी वर्षगांठ के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभियान की सफलता के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि इस अभियान को देश की जनता ने अपना बनाया है.
वहीं इस मौके पर पीएम मोदी ने गुजरात के अपने एक तजुर्बे को भी साझा किया. उन्होंने बताया, 'राजनीति में आने से पहले मैंने संगठन में रहकर भी सफाई के लिए काम किया, हमने पैसा इकट्ठा कर गुजरात में एक गांव को गोद लिया था और उसमें स्वच्छता की व्यवस्था करवाई थी'.
पीएम मोदी ने ये भी बताया, 'पूरे गांव में हमने टॉयलेट बनवाए थे, लेकिन बाद में जब मैं वहां गया तो देखा वहां पर बकरियां बंधी हुई थी'.
India has accepted the Swachh Bharat Abhiyaan. The movement has become a people's movement due to the 'Siddhi' of Swachhagrahis: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) October 2, 2017
इससे पहले पीएम मोदी ने ये भी कहा कि स्वच्छता मिशन अब किसी सरकार का नहीं है बल्कि पूरे देश का बन गया है. उन्होंने कहा कि श्रेष्ठ भारत का मंत्र स्वच्छता है.
साथ ही पीएम ने कहा कि महात्मा जी ने जो कहा वह गलत नहीं हो सकता है, इसलिए इस रास्ते को चुना. उन्होंने कहा, 'हर भारतीय को स्वच्छता पसंद है. मगर एक हजार महात्मा गांधी, 1 लाख मोदी भी मिलकर स्वच्छ भारत का सपना पूरा नहीं कर सकते हैं, इसे सिर्फ सवा करोड़ देशवासी ही पूरा कर सकते हैं'.