प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम में आम जनता से लिए गए सुझाव इस बार के पद्म अवॉर्ड के नाम चुनने का मुख्य आधार बना. मोदी सरकार ऐसे लोगों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित कर सकती है जो सुर्खियों में नहीं हैं.
'मन की बात' में जो मुद्दे प्रधानमंत्री ने उठाए हैं. उन मुद्दों पर काम करने वाले लोगों को पद्म पुरस्कार के लिए तवज्जो दी गई है. सूत्रों के मुताबिक मन की बात कार्यक्रम में मिले सुझावों के आधार पर पद्म पुरस्कार के लिए वो लोग चुने गए हैं जिन्होंने कई दशकों से दूर दराज जनता के बीच में सामाजिक कार्य, भाषा की उन्नति और राष्ट्रीय अखंडता के लिए काम किया है.
इसके लिए 9 सदस्यीय समिति ने 5 जनवरी 2017 की बैठक में 150 नाम फाइनल किए हैं. जिसमें से 25 नाम कट सकते हैं. पद्म अवॉर्ड की फाइनल लिस्ट में 125 नाम शामिल हो सकते हैं.