अक्सर सुनने को मिल जाता है कि जब सीधी उंगली से घी न निकले तो उसे टेढ़ी करनी पड़ती है. लाल किले की प्राचीर से पाकिस्तान को लेकर लंबे से समय से चली आ रही भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीति भी कुछ ऐसी ही अब हो गई है.
हमेशा कश्मीर को लेकर भारत को जख्म देने वाले पाकिस्तान को लाल किले से हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीधा मैसेज दे दिया है. जैसे को तैसा स्टाइल में. तुम यदि कश्मीर को लेकर हल्ला मचाओगे तो हम अब बलूचिस्तान पर तुम्हें घेरेंगे.
पीएम मोदी ने अब पाकिस्तान को लेकर अपनी नीति में थोड़ा बदलाव कर दिया है. जैसे पाकिस्तान कश्मीर-कश्मीर चिल्लाता है वैसे अब हम बलूचिस्तान, गिलगित और पीओके की तरफ अपने कदम बढ़ाएंगे. तुम हमारे लिए सिरदर्द बनोगे तो हम तुम्हारे सबसे बड़े प्रांत में अपने अहिंसा के रास्ते से वहां के लोगों को अपना बनाएंगे.
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पिछले हफ्ते ही पीएम मोदी ने यह स्पष्ट कर दिया था कि पाकिस्तान को दुनिया को यह जवाब देने का समय आ गया है कि वह पीओके और बलूचिस्तान के लोगों पर क्यों अत्याचार कर रहा है. और उसी के तहत सोमवार को लालकिले से पीएम ने पूरे देश को साक्षी मानकर बलूचिस्तान और 'पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर' की 'आजादी' का खुले तौर पर समर्थन कर दिया.
देखें, लाल किले की प्राचीर से पीएम का पूरा भाषण
पीएम मोदी ने आजादी की 70वीं वर्षगांठ पर कहा, 'मैं बलूचिस्तान, गिलगित और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के लोगों के बारे में भी कुछ बोलना चाहता हूं.' मोदी ने कहा, 'दुनिया देख रही है. पिछले कुछ दिनों में बलूचिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के लोगों ने मेरा आभार जताया है.' उन्होंने कहा, 'मैं उनका शुक्रगुजार हूं.' जिस तरीके से पाकिस्तानी क्षेत्र के लोगों ने मेरा आभार प्रकट किया है, उससे मुझे बेहद खुशी हुई है.
बलूचिस्तान की ये है अहमियत
1. बलूचिस्तान में ग्वादर पोर्ट बना रहे हैं पाक और चीन
2. इस पोर्ट का नौसैनिक अड्डे के रूप में हो सकता है इस्तेमाल
3. इसका विरोध कर रहे हैं बलूचिस्तान के लोग
4. अफगानिस्तान और ईरान से मिलती है बलूचिस्तान की सीमा
5. बलूचिस्तान में चीन की सक्रियता पर है अमेरिका की नजर
अब देखना यह है कि पाक को लेकर बदलती हमारी नीति कितना रंग लाएगी....