प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया. इस दौरान उनके साथ केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक भी मौजूद थे.
एक्सप्रेसवे की नींव रखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह एक्सप्रेस वे प्रदूषण रहित भविष्य की पहचान होगा. उन्होंने कहा, 'बदलते वक्त में रफ्तार रुकने वाली नहीं है और ना रफ्तार की गति रुकने वाली है. गांव का आदमी भी अब इस बात को समझता है कि अगर विकास की यात्रा से जुड़ना है तो मुझे पहले अपने गांव को अच्छी सड़क से जोड़ना है.'
नए साल में युवाओं को बड़ा तोहफा
प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार देश के युवाओं को नए साल में एक तोहफा दे रही है. उन्होंने बताया कि अब तृतीय और चतुर्थ श्रेणी की सरकारी नौकरियों में इंटरव्यू नहीं होगा. यह फैसला एक जनवरी से ही लागू हो जाएगा. मोदी ने कहा, 'मैं सभी राज्य सरकारों से अपील करता हूं कि इस फैसले का पालन करें. इससे भ्रष्टाचार में कमी आएगी. सिर्फ मेरिट के आधार पर इन ग्रेड में वैकेंसी भरी जाएंगी.'
वाजपेयी के कार्यों की भी चर्चा की
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, 'अटल जी ने गांवों में बड़े स्तर के बदलाव लाने के प्रयास किए और गांवों को सड़कों से जोड़ने की दिशा में काम किया.' पीएम ने इतिहास के पन्नों का जिक्र करते हुए कहा कि आजादी के लिए 1857 की लड़ाई में मेरठ का योगदान अहम है. इसे भुलाया नहीं जा सकता. उन्होंने कहा, जो गति वाजयेपी जी ने दी थी उसे आगे बढ़ाने की दिशा में एक बहुत बड़ा अभियान इस सरकार ने उठाया है
कांग्रेस पर साधा निशाना
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष की वजह से सरकार संसद में काम नहीं कर पा रही है. उन्होंने कहा, 'जनता ने हमें संसद में वाद-विवाद और चर्चा के लिए भेजा है, इसलिए यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि जनता की उन अपेक्षाओं पर खरा उतरें और अपना काम सही से करें.' मोदी ने कहा कि जिन लोगों ने देश में 60 साल तक राज किया उन्हें बेहतर ढंग से पता है कि संसद में काम करना कितना जरूरी है. विपक्ष को संसद के काम में बाधा डालने का कोई अधिकार नहीं है. उन्हें संसद चलने देना चाहिए, ताकि सरकार देश के हित में काम कर सके.
'किसानों के हितों पर ध्यान दे रही है सरकार'
सूखा और किसानों की आत्महत्या के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि सरकार वाटर नेटवर्क की दिशा में काम कर रही है, जिससे किसानों को पर्याप्त पानी मिल सके और सूखे की समस्या ना झेलनी पड़े. प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार इस बात के लिए भी प्रतिबद्ध है कि गन्ना किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिले.
PM Narendra Modi speaking at foundation stone laying ceremony of Delhi-Meerut expressway project. pic.twitter.com/nhjh2eu4iY
— ANI (@ANI_news) December 31, 2015
गडकरी बोले- ट्रैफिक सिग्नल फ्री होगा एक्सप्रेसवे
केंद्रीय सड़क परिवन मंत्री नितिन गडकरी ने शिलान्यास कार्यक्रम के बाद कहा कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पूरी तरह ट्रैफिक सिग्नल फ्री होगा. इसके बन जाने से इस रूट पर आने-जाने वालों का करीब दो घंटे तक समय बचेगा. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने यूपी में सड़क निर्माण के प्रोजेक्ट्स के लिए करीब 45000 करोड़ रुपये दिए हैं, इसे बढ़ाकर एक लाख करोड़ किया जाएगा.
छह लेन का होगा एक्सप्रेसवे
7500 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट के पूरे होने से दिल्ली-मेरठ की दूरी करीब 40 से 45 मिनट में तय की जा सकेगी. इससे लोगों का काफी समय भी बचेगा. प्रोजेक्ट के पूरा होने में करीब ढाई साल का समय लगेगा. छह लेन वाले इस एक्सप्रेसवे के साथ NH-24 को डासना तक 14 लेन का करने की योजना है. बताया जा रहा है कि एक्सप्रेसवे के दोनों ओर चार-चार लेन का हाइवे होगा.
This expressway will pave the way for a pollution-free future- PM Modi on Delhi-Meerut expressway project. pic.twitter.com/LrX9lWwIyI
— ANI (@ANI_news) December 31, 2015
अंधविश्वास की वजह से नहीं आए CM अखिलेश!
सूत्रों के मुताबिक, नोएडा को लेकर फैले एक अंधविश्वास की वजह से यूपी के सीएम अखिलेश यादव प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में नहीं आए. उन्होंने राज्य मंत्री कैलाश चौरसिया को भेज रहे हैं. नोएडा से एक अजीब तरह का अंधविश्वास जुड़ा हुआ है. ऐसा कहा जाता है कि बीते 25 वर्षों में जब-जब कोई मुख्यमंत्री नोएडा गया, वह अगली बार सत्ता में नहीं लौटा. अखिलेश को नोएडा जाने के कई मौके मिले, लेकिन वह नहीं आए.