तयशुदा कार्यक्रम के तहत पीएम मोदी फ्रांस के बाद जर्मनी के दौरे पर जाएंगे. वहां वह चांसलर एंजेला मर्केल के साथ कई मुद्दों पर बातचीत करेंगे. दौरे के आखिरी चरण में पीएम कनाडा पहुंचेंगे. कनाडा के साथ कई अहम समझौते होने के आसार हैं.
विदेश दौरे पर कांग्रेस का तंज
मोदी की तीन देशों के दौरे पर कांग्रेस ने तंज कसा है. कांग्रेस प्रवक्ता मीम अफजल ने कहा कि 10 महीने के शासन में प्रधानमंत्री ने 11 देशों के दौरे किए हैं. लेकिन इन दौरों से देश को कुछ हासिल नहीं हुआ.
दूसरी ओर, विदेश रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने भारतीय मीडिया को अपना पहला इंटरव्यू भी दिया. अपने इंटरव्यू में पीएम ने गुड गर्वनेंस पर जोर देते हुए कहा कि यह उनकी सरकार का हॉलमार्क है. नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता लालफीताशाही को खत्म करना है. उन्होंने कहा, 'मुकेश अंबानी से लेकर आम आदमी सबको लालफीताशाही से राहत हमारी प्राथमिकता है.'
अपने इंटरव्यू में मोदी ने कहा कि कांग्रेस कहती है कि यह उद्योगपतियों की सरकार है. जबकि उद्योगपतियों को भी सरकार से शिकायत है. पीएम ने पाकिस्तान से रिश्तों के संबंध में नरमी के सुर दिखाए और कहा कि पाक से सभी मुद्दे पर बातचीत संभव, लेकिन पहले आतंक और हिंसा पर लगाम लगाना जरूरी है. जम्मू-कश्मीर में पीडीपी-बीजेपी गठजोड़ पर पीएम ने कहा, 'मैं और मेरी सरकार आतंकियों के साथ किसी तरह की नरमी को स्वीकार नहीं कर सकते.
विदेश से लौटने के बाद कैबिनेट विस्तार
गौरतलब है कि पीएम विदेश से लौटने के बाद अपने कैबिनेट का विस्तार करने वाले हैं. इस विस्तार में शिवसेना को जगह मिलने की उम्मीद है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि पीडीपी की महबूबा मुफ्ती को कैबिनेट में जगह नहीं मिलेगी. बीजेपी का मत है कि पीडीपी केंद्र में एनडीए सरकार की घटक नहीं है, लिहाजा इस गठबंधन को राज्य तक सीमित रखना ही सही रहेगा.