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पीएम मोदी की 'पड़ोसी प्रथम' की नीति, आज मालदीव से करेंगे दूसरी पारी का आगाज

पीएम नरेंद्र मोदी का ये दौरा भारत के पड़ोसी प्रथम की नीति का समर्थक है.  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि मालदीव और श्रीलंका के उनके दौरे से दोनों देशों के साथ भारत के रिश्ते और मजबूत होंगे.

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PM नरेंद्र मोदी मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह के साथ (फाइल फोटो)
PM नरेंद्र मोदी मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह के साथ (फाइल फोटो)

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूसरी पारी का पहला विदेश दौरा आज से शुरू हो रहा है. पीएम मोदी शनिवार को केरल के गुरुवायूर मंदिर में दर्शन के बाद हिन्द महासागर में स्थित छोटे से देश मालदीव के लिए रवाना होंगे. मालदीव भारत का अहम रणनीतिक साझेदार है. प्रधानमंत्री राजधानी माले में मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह और दूसरे वरिष्ठ नेताओं से मिलेंगे.

मालदीव की संसद में PM का संबोधन

पीएम मोदी आज मालदीव की संसद को भी संबोधित करेंगे. इसके अलावा पीएम मोदी मालदीव में Coastal Surveillance Radar system का उदघाटन करेंगे. इससे हिंद महासागर में इंडियन नेवी की ताकत में काफी इजाफा होगा.

'पड़ोसी प्रथम' की नीति पर भारत

इसके अलावा पीएम मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद सोलिह मालदीव की सेना के ट्रेनिंग सेंटर का उद्घाटन करेंगे. पीएम नरेंद्र मोदी का ये दौरा भारत के 'पड़ोसी प्रथम' (Neighbour first) की नीति का समर्थक है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि मालदीव और श्रीलंका के उनके दौरे से दोनों देशों के साथ भारत के रिश्ते और मजबूत होंगे.

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नरेंद्र मोदी ने कहा, "मुझे विश्वास है कि मालदीव और श्रीलंका के मेरे दौरे से समुद्री क्षेत्र में स्थित हमारे पड़ोसियों के साथ हमारी निकटता और रिश्ते में और प्रगाढ़ता आएगी, यह हमारी 'पड़ोसी पहले नीति' और क्षेत्र में सबकी सुरक्षा और विकास के हमारे नजरिए के अनुरूप होगी."

प्रधानमंत्री ने मालदीव को भारत का महत्वपूर्ण साझेदार बताते हुए कहा, "मालदीव का मेरा दौरा दोनों देशों के महत्व को दिखाता है, हम दोनों समुद्री क्षेत्र के पड़ोसी के रूप में अपने रिश्तों से जुड़े हैं और लंबे अरसे से हमारी मित्रता बनी हुई है." भारत का मालदीव के साथ गहरा ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध रहा है. बता दें कि जब  पिछले साल नवंबर में राष्ट्रपति मोहम्मद सोलिह अपने पद की शपथ ले रहे थे तो पीएम मोदी वहां पहुंचे थे. पीएम ने कहा कि  "मालदीव के साथ हमारा द्विपक्षीय संबंध विगत दिनों काफी मजबूत हुआ है, मुझे विश्वास है कि मेरे दौरे से हमारी बहुआयामी साझेदारी को और मजबूती मिलेगी."

श्रीलंका के साथ एकजुटता का प्रदर्शन

मालदीव दौरे के बाद पीएम श्रीलंका दौरे पर जाएंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बयान जारी कर कहा कि उनका श्रीलंका का दौरा वहां ईस्टर के मौके पर हुए आतंकी हमले के मद्देनजर श्रीलंका की सरकार और जनता के साथ एकजुटता जाहिर करता है.

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जिस तरह चीन ने श्रीलंका को अपना सामरिक ठिकाना बनाना शुरु किया है,  भारत के लिए इसकी रणनीतिक काट ढूंढ़ना जरूरी हो गया है. इसीलिए जैसे ही श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने प्रधानमंत्री मोदी को न्योता दिया, वो तुरंत कोलंबो जाने के लिए राजी हो गए.  

पीएम मोदी ने कहा, "आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत श्रीलंका के साथ खड़ा है, पिछले कुछ वर्षो के दौरान हमारे द्विपक्षीय संबंधों में काफी मजबूती आई है, मैं अपने दौरे के दौरान श्रीलंका के नेता से मुलाकात का इंतजार कर रहा हूं" 21 अप्रैल को श्रीलंका में हुए विनाशकारी बम धमाकों के बाद ये किसी विदेशी शासनाध्यक्ष का ये पहला दौरा है.

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