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'मन की बात' में बोले PM मोदी, किसानों से नहीं छीना कोई अधि‍कार, दिलाएंगे दोगुना फायदा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर रविवार को रेडियो के जरिए 'मन की बात' की. प्रधानमंत्री ने इस बार ग्रामीण भारत, किसान और खेत-खलिहान के बारे में अपनी राय साझा की.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर रविवार को रेडियो के जरिए 'मन की बात' की. प्रधानमंत्री ने इस बार ग्रामीण भारत, किसान और खेत-खलिहान के बारे में अपनी राय साझा की. हालांकि उन्होंने इस ओर सबसे ज्यादा समय भूमि अध‍िग्रहण बिल पर दिया. प्रधानमंत्री ने देश के किसानों से कहा कि उनकी सरकार किसानों से कोई अधि‍कार छीनने की बजाय उन्हें दोगुना फायदा देने की नीति बना रही है.

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पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष बिल पर बेवजह भ्रम फैला रही है. फिर बात चाहते पीपीपी मॉडल की हो या हक छीनने की. मोदी ने माना कि मौजूदा कानून में कई खामियां हैं, लेकिन सरकार उसे सुधारने के लिए प्रयासरत है और इसके लिए देशभर के किसानों से सुझाव आमंत्रित हैं. मोदी ने संसोधन के बारे में कहा कि किसानों से कोर्ट जाने का अधि‍कार नहीं छीना गया है और खेती की जमीन का अधि‍ग्रहण सबसे आखि‍र में होगा.

प्रधानमंत्री के मन की बात का लाइव अपडेट...
11:34 AM आप अपने सुझाव मुझकर लिखकर भेजिए. हम कानून सुधार रहे हैं, जो गड़बड़ि‍यां हैं, उन्हें ठीक किया जाएगा.
11:33 AM आपने अपना समझकर जो बातें मुझे लिखकर भेजी हैं, उस ओर मैं पूरी सरकार को लगा दूंगा. ये वादा है.
11:33 AM एक बार फिर अन्य विषयों को आपसे चर्चा करूंगा.
11:32 AM अध्यादेश की चर्चा ज्यादा है इसलिए आज इसकी चर्चा ज्यादा की.
11:32 AM भारत मां की मिट्टी के स्वास्थय की जांच होगी. आपके उर्वरक के खर्च में कमी आएगी.
11:31 AM हमने पैदावार बढ़ाने के प्रयास के लिए स्वाइल हेल्थ कार्ड की बात शुरू की.
11:30 AM जरूरत है कि हमारा किसान जो मेहनत करता है, पैदा करता है उसका उसे सही पैसा मिले.
11:29 AM हम अभी भी कहते हैं कि भूमि अधि‍ग्रहण किसानों की भलाई के लिए है.
11:28 AM कॉरिडोर का निर्माण कंपनी अपने लिए नहीं, ब्लकि‍ सरकार के लिए करेगी.
11:27 AM गांव के 20-25 किमी में अगर कारखाना लग जाए तो रोजगार मिलेगा.
11:26 AM पीपीपी मॉडल पर भ्रम फैलाया जा रहा है.
11:25 AM एसी में बैठकर कानून बनाने वालों को गांव का पता नहीं.
11:24 AM आज भी कॉरपोरेट के लिए कारखानों के लिए किसानों की सहमति की जरूरत है, है और है.
11:23 AM साल 2013 में भी जो कानून बना उसमें सरकार के लिए जमीन अधि‍ग्रहण के लिए किसान के सहमति की बात नहीं थी.
11:23 AM हम चाहते हैं कि किसान को डबल फायदा हो.
11:22 AM कंपनियों को लिख कर देना होगा कब तक निर्माण होगा.
11:21 AM हम आपका कोई अधिकार नहीं छीनेंगे.
11:21 AM हमने एक अथॉरिटी बनाई है, जो आपके जिले में ही आपकी समस्या का समाधान करेगी.
11:20 AM हिंदुस्तान की कोई सरकार किसनों के कानूनी हक को छीन नहीं सकती. आप चाहें तो कोर्ट जा सकते हैं.
11:19 AM साल 2013 में जितने नियम थे वे सभी लागू होंगे.
11:18 AM राज्य सरकार कानून मानने के लिए बाध्य नहीं.
11:17 AM कानून के तहत पहले सरकारी भूमि, फिर बंजर भूमि और फिर अगर जरूरत पड़ी तो खेती की जमीन का इस्तेमाल होगा.
11:16 AM इसमें जिला के अधिकारी को घोषित करना होगा कि परिवार के किस सदस्य को नौकरी मिलेगी और कहां मिलेगी.
11:16 AM कानून में 4 गुणा मुआवजे को हमने स्वीकारा है. 13 अन्य कानून को भी इसके दायरे में रखा गया है.
11:15 AM विरोधी हवा फैला रहे कि मोदी ऐसा कानून ला रहें जिसमें मुआवजा नहीं मिलेगा.
11:14 AM हमने कमियों को दूर करके किसानों का भला करने की कोशिश की है.
11:14 AM पिछले 60 साल से एक ही कानून चल रहा. अगर हम अध्यादेश नहीं लाते तो किसानों की जमीन जाती रहती और पैसा नहीं मिलता.
11:13 AM सरकार कानून लागू करने के लिए तैयार नहीं हैं.
11:12 AM कानून बहुत पुराना है. हमने इसे लागू करने के बाद पाया कि यह किसानों के साथ धोखा है.
11:12 AM जो लोग किसानों के हमदर्द बने हुए हैं, उन्होंने भी इसी कानून को अपनाया और राज किया.
11:11 AM आपकी बातों पर भूमि अधि‍ग्रहण बिल की चर्चा प्रमुखता से है.
11:10 AM किसानों ने मेरे सामने अपने मन की बात रखी है. मैं राज्य सरकारों और केंद्र सरकारों को इस ओर सक्रिय करूंगा.
11:09 AM किसान भाइयों ने नशामुक्ति, सड़क की समस्या पर चिंता व्यक्त की है.
11:08 AM बेमौसम बारिश के कारण फसल बर्बाद हुई है.
11:07 AM किसानों से खेती के साथ ही कई विषयों के बारे में लिखा है. प्राकृति आपदा से लेकर, गंदे पेयजल, पशुओं के रखरखाव को लेकर चिंता प्रकट की है.
11:06 AM मेरे किसान भाइयों और बहनों आपने जितनी बातें उठाई, जितने सवाल पूछे उन सब के विषय में सरकार में जागरुकता लाउंगा. संवदेना लाउंगा.
11:04 AM आपकी चिट्ठियों में दर्द है परेशानी है.
11:02 AM मैं सबसे पहले किसानों को प्रणाम करता हूं.
11:00 AM किसानों से बात करता हूं तो जैसे गांवों से बात करता हूं.

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