प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के पहले दिन भारत को बड़ी कामयाबी मिली है. भारत की NSG और MTCR में सदस्यता को ओबामा का समर्थन मिला है. व्हाइट हाउस में मोदी और ओबामा की मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने साझा बयान जारी किया. मोदी ने ओबामा को अपना करीबी दोस्त बताते हुए उनका शुक्रिया अदा किया है. पीएम बनने के बाद मोदी का यह चौथा अमेरिका दौरा है.
PM @narendramodi: We have discussed a range of issues of coopn today from business and technology to governance pic.twitter.com/4T7xan39JN
— Vikas Swarup (@MEAIndia) June 7, 2016
जी-20 समिट में होगी अगली मुलाकात
मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने NSG और MTCR में समर्थन देने के लिए ओबामा को धन्यवाद कहा. उन्होंने कहा, 'मैं अपने करीबी मित्र बराक ओबामा को शुक्रिया कहता हूं. बोलने का मौका देने के लिए अमेरिकी कांग्रेस का आभारी रहूंगा.'
And some more pictures from inside the Oval Office at @WhiteHouse pic.twitter.com/e3rlZBGcqj
— Vikas Swarup (@MEAIndia) June 7, 2016
साझा बयान के मुताबिक दोनों देश साइबर सुरक्षा पर साथ काम करेंगे. क्षेत्रीय सहयोग पर दोनों नेताओं के बीच चर्चा हुई. बैठक में परमाणु सहयोग की प्रगति पर भी चर्चा हुई. मोदी ने कहा कि भारत सबसे तेज बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है. गरीबी उन्मूलन के लिए दोनों देश मिलकर काम करेंगे. अब जी-20 समिट में दोनों नेताओं की अगली मुलाकात होगी.
ओबामा ने इस मौके पर कहा कि मोदी ने भारत को गौरवशाली नेतृत्व दिया है. उनके आने से अमेरिका में उत्साह है. ओबामा ने कहा, 'मैं भारत से गणतंत्र दिवस की बहुत यादें साथ लाया. जी- 20 में फिर मुलाकात होगी.'
A defining relationship for our era. PM @narendramodi meets President @BarackObama, holds talks at the Oval Office pic.twitter.com/e73Yg08lmu
— Vikas Swarup (@MEAIndia) June 7, 2016
The warmth of a friendship that endures. PM @narendramodi & President @BarackObama greet each other pic.twitter.com/Z6CTp4d4Rq
— Vikas Swarup (@MEAIndia) June 7, 2016
राष्ट्रपति ओबामा और पीएम मोदी का दिखा याराना
इस बार मोदी और ओबामा की यह सातवीं मुलाकात है. इस बार ओबामा ने निजी तौर पर खुद मोदी को बुलाया है. ओबामा अपने कार्यकाल के आखिरी साल में दुनिया के कुछ चुनिंदा नेताओं की मेजबानी कर रहे हैं. इन्हीं चुनिंदा नेताओं में ओबामा का हिंदुस्तानी दोस्त भी शामिल है.
MTCR से भारत को होगा यह फायदा
ओबामा के समर्थन के बाद 34 देशों के Missile Technology Control Regime (MTCR) में भारत की एंट्री फाइनल हो गई है. MTCR में शामिल होने के बाद भारत हाई-टेक मिसाइल का दूसरे देशों से बिना किसी अड़चन के एक्सपोर्ट कर सकता है और अमेरिका से ड्रोन भी खरीद सकता है.