पीएम मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भारत-नेपाल की दोस्ती अनोखी और परखी हुई है और दोनों के सुरक्षा हित आपस में जुड़े हुए हैं. भारत के दौरे पर आए नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड के साथ बैठक के बाद मोदी ने कहा, हम मुश्किल समय में एक-दूसरे का बोझ भी बांटते हैं और एक-दूसरे की उपलब्धियों का जश्न भी मनाते हैं. निकट पड़ोसी और घनिष्ठ मित्र देश होने के नाते नेपाल में शांति, स्थायित्व और आर्थिक समृद्धि हमारा पारस्परिक लक्ष्य है.'
पीएम मोदी ने नेपाल में लोकतांत्रिक शक्तियों को मजबूत बनाने में प्रचंड की भूमिका पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा, 'हमारे सुरक्षा हित आपस में जुड़े हुए हैं. हमारे बीच इस बात पर सहमति है कि विकास और तरक्की के पारस्परिक लक्ष्यों को हासिल करने में अपने-अपने समाज की सुरक्षा बेहद अहम है. भारत, नेपाल के साथ अपने संबंधों को मजबूती प्रदान करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. हम नेपाल सरकार और नेपाल वासियों को प्राथमिकता के हिसाब से ही काम करेंगे.'
'जारी रखना होगा समन्वय'
मोदी ने यह भी कहा कि दोनों देशों की खुली सीमाएं दोनों देशों के नागरिकों के बीच संपर्क को सहज बनाते हैं, लेकिन इस सीमा की सुरक्षा के लिए दोनों देशों की रक्षा और सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय जारी रखना होगा. वहीं प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के तहत भारत आए प्रचंड ने कहा कि नेपाल विकास के रास्ते पर सफलतापूर्वक बढ़ रहे भारत से काफी कुछ सीखना चाहता है और नेपाल में उनकी सरकार का मुख्य एजेंडा विकास ही होगा.
इससे पहले दोनों शीर्ष नेताओं ने हैदराबाद भवन में द्विपक्षीय वार्ता की और कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए. प्रचंड चार दिवसीय यात्रा पर गुरुवार को भारत पहुंचे. उनके साथ उनकी पत्नी सीता दहाल भी हैं. शुक्रवार को इससे पहले प्रचंड के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में एक समारोह का आयोजन किया गया.