नोटबंदी के बाद बुधवार को पहली बार संसद का सत्र शुरू हुआ. संसद के बाहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार को नोटबंदी पर घेरने वाले विपक्षी नेता प्रधानमंत्री से सदन में कार्रवाई शुरु होने से पहले मेल-मिलाप कर रहे थे. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपनी सीट छोड़कर तमाम नेताओं से उनके पास जाकर मिल रहे थे. मगर सब की निगाह मोदी और सोनिया गांधी की मुलाकात पर थी. मोदी सब से मिलते मिलाते कांग्रेस बेंच की तरफ गए और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनकी सीट पर जाकर उनका हालचाल जाना.
सोनिया ने पीएम से कहा- सब ठीक है
सोनिया ने भी उसी अंदाज में जवाब दिया कि सब ठीक है. पिछले काफी समय से सोनिया गांधी का स्वास्थ्य ठीक नहीं था. सार्वजनिक तौर से भी वह कम ही देखी गई है. कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग में भी उन्होंने तबीयत के
चलते हिस्सा नहीं लिया था.
सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने से ठीक पहले लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सीट छोड़ बाकी दलों के नेताओं की सीट की तरफ गए और सब नेताओं से मिले. लेकिन प्रधानमंत्री ने ज्यादा समय कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ बातचीत में बिताया. मोदी खड़गे से उनकी सीट के पास गए और उनसे लगातार बातचीत कर रहे थे. उस वक्त सोनिया गांधी पार्टी के बाकी नेताओं से मिल रही थीं.
हंसी-मजाक के मूड में थे मोदी
ऐसा लग रहा था मोदी सोनिया गांधी के अपनी सीट पर आने का इंतजार कर रहे हों और जैसे ही सोनिया गांधी अपनी सीट पर आई तो मोदी ने उनसे उनका हालचाल जाना. सोनिया ने भी ठीक है कहकर जवाब दिया और फिर वह
बाकी नेताओं से मिलने लगी. मोदी फिर मल्लिकार्जुन खड़गे से दोबारा बातचीत करने के बाद आडवाणीके पास जाकर उनसे बात करने लगे. मोदी ने आडवाणी के पास खड़े होकर उनसे कुछ देर बातचीत की. इस दौरान मोदी हंसी
मजाक के मूड में भी दिखाई दे रहे थे.
इस प्रकार सदन की कार्रवाई शुरू होने से पहले लोकसभा के पहले दिन का नजारा ऐसा लग रहा था, जैसे सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सब ठीक ठाक है. मगर नोट बंदी को लेकर विपक्ष के तीखे तेवरों को देखते हुए नहीं लगता कि सदन के भीतर दोबारा यह माहौल आने वाले दिनों में दिखाई देगा.