प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को लोक सेवकों से कहा कि वो सरकारी नीतियों के क्रियान्वयन में नवोन्मेष और तकनीक का सर्वश्रेष्ठ उपयोग करें. उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्र के विकास के लिये जनभागीदारी वाला लोकत्रंत अनिवार्य है. पीएम मोदी दो दिवसीय लोकसेवा दिवस समारोह के समापन पर नौकरशाहों को संबोधित कर रहे थे.
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि स्वतंत्रता से पहले प्रशासन का उद्देश्य अंग्रेजों को सुरक्षित रखना था, लेकिन आज उसे यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आम आदमी तक राहत पहुंचे. उन्होंने सरकारी नीतियों के क्रियान्वयन में रणनीतिक सोच की जरूरत पर बल देते हुये नौकरशाहों से नवोन्मेष और तकनीक का इस्तेमाल करने को कहा, जो अतिरिक्त ताकत बन सकती हैं.
Our approach towards development is inclusive and all-round. We believe in Jan Bhagidari. It is the skills and strengths of every Indian that will power India to glory. pic.twitter.com/xcnqOww6CQ
— Narendra Modi (@narendramodi) April 21, 2018
पीएम मोदी ने कहा कि जन भागीदारी भारत जैसे देश में सफलता की आधारशिला है. उन्होंने कहा कि नये कानून या नीतियों को बनाते समय लोगों के हितों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए. इससे पहले उन्होंने दो पुस्तकों ‘न्यू पाथवेज’ और ‘एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट्स: अनलॉकिंग पोटेंशियल्स’ का भी विमोचन किया.
विमोचन समारोह में जिलों और क्रियान्वयन इकाइयों में चयनित प्राथमिक कार्यक्रमों और नवोन्मेष को प्रभावी तरीके से लागू करने पर ‘अवॉर्ड्स फॉर एक्सीलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन’ पुरस्कार भी दिए गए. इसके अलावा राज्य और केंद्रीय संगठनों को भी समारोह में सम्मानित किया गया. नौकरशाहों को सम्मान देने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा, ‘बेहतर प्रदर्शन के लिये प्रेरणा हमेशा जरूरी होती है.'