गोवा में चल रहे पांच देशों के ब्रिक्स समिट में रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल को संबोधित किया. मोदी ने ब्रिक्स के सदस्य देशों के बीच व्यापार बढ़ाने पर जोर दिया है. उन्होंने कहा, हमने व्यापारिक दिक्कतें दूर की हैं. बुनियादी ढांचे को मजबूत किया है. ब्रिक्स देशों से सहयोग अहम है.' मोदी ने क्लीन ग्रीन एनर्जी को भारत की प्राथमिकता बताया है.
पीएम मोदी ने कहा कि अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए भारत ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल से अपेक्षा रखता है, ताकि इसके सदस्य देशों के व्यापारिक रिश्तों में मजबूती आए. साथ ही इनवेस्टमेंट लिंक बनाया जा सके.
भारत की अर्थव्यवस्था सबसे बड़ी खुली अर्थव्यवस्था
मोदी ने कहा कि वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था विश्व सबसे बड़ी खुली अर्थव्यवस्था के तौर पर जानी जाती है. एनडीबी की सफलता हमारे संयुक्त प्रयासों का नतीजा है. क्लीन ग्रीन एनर्जी और सस्टेनेबल इंफ्रास्ट्रक्चर का हम स्वागत करते हैं.
ब्रिक्स एग्रीकल्चर रिसर्च सेंटर बनाने पर तेजी से हो काम
मोदी ने कहा कि भारत ब्रिक्स के साथ अपने 10 साल के रिश्ते की खुशियां मना रहा है. इसने आपसी सहयोग में काफी फायदा पहुंचाया है. हमें ब्रिक्स एग्रीकल्चर रिसर्च सेंटर, रेलवे रिसर्च नेटवर्क और ब्रिक्स स्पोर्ट्स काउंसिल बनाने पर तेजी से काम करना होगा.
We have transformed India into one of the most open economies in the world today: PM Modi at the BRICS Business Council #BRICSSummit pic.twitter.com/sDeMDvKL5W
— ANI (@ANI_news) October 16, 2016
बिजनेस एक्सचेंज के लिए हो रेगुलर प्लेटफॉर्म
पीएम ने कहा कि करों की चोरी, कालाधन और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए मानदंड और नियम बनाने की जरूरत है. इस अनिश्चित दुनिया में ब्रिक्स शांति, क्षमता और वादे के साथ खड़ा है. ब्रिक्स ट्रेड फेयर अभी-अभी खत्म हुआ है. हमें बिजनेस एक्सचेंज के लिए ऐसे ही रेगुलर प्लेटफॉर्म बनाना चाहिए.
Salcete (Goa): PM Narendra Modi speaking at the BRICS Business Council #BRICSSummit pic.twitter.com/dZ9R5Wfxbu
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आर्थिक संपन्नता के लिए आतंकवाद एक काली छाया
उन्होंने कहा कि भारत ब्रिक्स रेटिंग एजेंसी के विचार को धरातल पर लाना चाहता है. इसके लिए कोशिश जारी है. आतंकवाद पर बोलते हुए पीएम ने कहा कि आर्थिक संपन्नता और विकास के लिए आतंकवाद काली छाया है. ये ये लगातार गहरी होती जा रही है. आतंकियों की फंडिंग, उन्हें हथियार मुहैया कराने, ट्रेनिंग देने और उन्हें राजनीतिक पनाह देने की कोशिशें बंद होनी चाहिए.
भारत को सहयोग करेंगे सदस्य देश
पीएम मोदी के बाद दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जेकब जुमा, ब्राजील के राष्ट्रपति मिशेल तेमर, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल को संबोधित किया. ब्राजील के राष्ट्रपति मिशेल तेमर ने कहा कि हम व्यापारिक रिश्ते को सुधारने के लिए प्रतिबद्ध हैं. सम्मेलन में ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल इंडिया सेक्शन के चेयरमैन ओमकार सिंह कंवर ने रिपोर्ट पेश की.
Chinese President Xi Jinping speaking at the BRICS Business Council in Goa #BRICSSummit pic.twitter.com/x4ZZJX0dAd
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South African President Jacob Zuma speaking at the BRICS Business Council in Goa #BRICSSummit pic.twitter.com/lyAivGTZOQ
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Brazilian President Michel Temer speaking at the BRICS Business Council in Goa #BRICSSummit, says committed to improve business ties pic.twitter.com/SsGJrn3QN9
— ANI (@ANI_news) October 16, 2016
ये हैं ब्रिक्स के सदस्य देश
इस साल ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) सम्मेलन के मेजबान के रूप में भारत प्रचलन के अनुसार पड़ोसी देशों को आउटरीच सम्मेलन में शामिल होने के लिए आमंत्रित कर सकता है. बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टरल टेक्निकल एवं इकोनॉमिक कोऑपरेशन (बिम्सटेक) के देश हैं भारत, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, म्यांमार, थाईलैंड ओर श्रीलंका.