दिल्ली के विज्ञान भवन में रविवार को मुख्यमंत्रियों और विभिन्न हाई कोर्ट के चीफ जस्टिसों को संबोधित करते हुए चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया टीएस ठाकुर भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि देश में मुकदमों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन जजों की नहीं.
इस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी भी मौजूद हैं. ठाकुर ने कहा, कोई इस बारे में बात नहीं करता कि जजों ने कितने केस निपटाए. जजों की भी काम करने की क्षमता की सीमा है. उन्होंने हाईकोर्ट में रिटायर्ड जजों की नियुक्ति की भी वकालत की.
PM with J&K CM Mehbooba Mufti & MoS PMO Jitendra Singh at the joint conference of CMs & Chief Justice of HCs, Delhi. pic.twitter.com/rVo1ziOX7N
— ANI (@ANI_news) April 24, 2016
पीएम बोले- मिलकर निकालेंगे हल
इस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी के बोलने का कोई कार्यक्रम नहीं था लेकिन चीफ जस्टिस के भावुक होने के बाद उन्होंने माइक संभाल लिया. पीएम मोदी ने कहा, 'मेरा मानना है कि समस्याओं के समाधान के लिए सरकार के लोगों और न्यायपालिका के लोगों को मिलकर हल निकालना चाहिए. अगर साथ बैठने में कोई संवैधानिक अड़चन न हो तो हम साथ मिलकर इसका हल निकालेंगे.
कम छुट्टियों की बात पर बवाल
पुराने विवाद को याद करते हुए पीए ने कहा, 'मैंने एक बार(मुख्यमंत्री रहने के दौरान) बोल दिया था कि कोर्ट और जज की छुट्टियां कम होनी चाहिए, तो बवाल मच गया था. कई जजों ने इसपर आपत्ति जताई थी, मैं तो डर गया था.'