साल 2015 अब बीत गया है. बीते साल देश में जिन बातों और घटनाओं ने सुर्खियां बटोरीं, उनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्राएं प्रमुख रही हैं. 2016 शुरू हुआ तो हर ओर यही चर्चा है कि क्या पीएम इस साल भी विदेश दौरों पर जोर देंगे. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पीएम के नए साल के एजेंडे में विदेश दौरों की फेहरिस्त तो है, लेकिन इस साल वह देश में अधिक समय देंगे.
प्रधानमंत्री ने बीते साल 26 देशों का दौरा किया. लेकिन बताया जाता है कि पिछले साल के मुकाबले इस बार नरेंद्र मोदी कम देशों की यात्रा करेंगे. हालांकि, ये सभी दौरे देश में निवेश और सुरक्षा के लिहाज से काफी अहम और महत्वपूर्ण साबित होने वाले हैं. साल 2016 में पीएम मोदी का पाकिस्तान, जापान, अमेरिका और चीन जैसे देशों का दौरा प्रस्तावित है.
मोदी के विदेश दौरों में क्या है खास
पीएम मोदी शुरुआत से ही अपने विदेशी दौरों पर काफी लोकप्रिय नेता के तौर पर नजर आ चुके हैं. जानकार मानते हैं कि प्रधानमंत्री की विदेशी यात्रा में अलग तरह की कूटनीति नजर आती है. जिस तरह उन्होंने पिछले दिनों लाहौर की औचक यात्रा की, उसमें एक निजी स्पर्श दिखाई देता है, जो पहले किसी अन्य प्रधानमंत्री के दौरों पर नहीं दिखता था. यही कारण है कि वैश्विक स्तर पर मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है.
मार्च में अमेरिका यात्रा प्रस्तावित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस साल मार्च के अंत में अपने विदेशी दौरों की शुरुआत अमेरिका से करेंगे. वह मार्च में वॉशिंगटन में परमाणु सुरक्षा सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले हैं. हालांकि यह कार्यक्रम अभी प्रस्तावित है. इस सम्मेलन में भारत की तरफ से परमाणु परिसंपत्तियों की सुरक्षा के प्रस्ताव पेश करने की उम्मीद है. इसके अलावा भारत एनएसजी और एमटीसीआर तरह निर्यात नियंत्रण व्यवस्थाओं की सदस्यता की वकालत भी कर सकता है.
इस दौरान पीएम मोदी की पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम नवाज शरीफ से भी मुलाकात हो सकती है.
चीन में जी-20 समिट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2016 में एक बार फिर चीन की यात्रा पर रहेंगे. प्रधानमंत्री वहां जी-20 सम्मेलन में शिरकत करेंगे. यह सम्मेलन नवंबर महीने में आयोजित किया जा रहा है.
लैटिन अमेरिका के कई देशों का दौरा
प्रधानमंत्री के विदेश दौरों की फेहरिस्त में इस बार वेनेजुएला का भी नाम है. वह जुलाई में लैटिन अमेरिकी के इस तेल समृद्ध देश के दौरे पर जा सकते हैं. पीएम मोदी पहली बार वहां नेम(NAM) सम्मेलन में भाग लेंगे. इस दौरान पीएम लैटिन अमेरिका के कई अन्य देशों का दौरा भी कर सकते हैं.
ईस्ट एशिया समिट के लिए लाओस
नवंबर 2016 में प्रधानमंत्री इंडिया-एशियन और ईस्ट एशिया समिट में हिस्सा लेने लाओस जा सकते हैं. अपने इस दौरे के दौरान पीएम मोदी राजधानी दिल्ली के लिहाज से कुछ अन्य महत्वपूर्ण रणनीतिकार साझेदारों के साथ मुलाकात कर सकते हैं.
इसके अलावा भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन वैकल्पिक रूप से दिल्ली और टोक्यो में आयोजित किया जाना है. दोनों देश इस समिट में रक्षा, परमाणु ऊर्जा, समुद्री सुरक्षा और निवेश के क्षेत्रों में सामरिक भागीदारी के विस्तार पर चर्चा करेंगे.
पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान भी
साल 2016 में मोदी की सबसे चर्चित विदेश यात्रा पाकिस्तान की रहने वाली है. प्रधानमंत्री पड़ोसी मुल्क में सार्क सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पहुंचेंगे. यह सम्मेलन सितंबर-नवंबर में आयोजित होगा. अपने इस दौरे पर पीएम अन्य एशियाई नेताओं के साथ भी मुलाकात करेंगे. हालांकि पिछले हफ्ते अचानक पाकिस्तान का दौरा कर पीएम मोदी ने सबको चौंका दिया.