सेना के सूत्रों ने बताया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 अगस्त को अपने लद्दाख और करगिल के दौरे के दौरान सियाचिन ग्लेशियर भी जा सकते हैं. सेना के सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री का लद्दाख में बिजली परियोजना का उद्घाटन करने का कार्यक्रम है. उन्होंने बताया इस दौरान सेना प्रमुख दलवीर सिंह सुहागा भी वहां मौजूद रहेंगे. प्रधानमंत्री वहां सेना के जवानों से भी बातचीत कर सकते हैं.
शून्य से कम तापमान वाले सियाचिन ग्लेशियर क्षेत्र में 3000 सैनिक तैनात हैं. इस क्षेत्र में अधिकांश चौकियां 16 हजार फुट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित है. यहां सबसे ऊंची सेना चौकी 22 हजार फुट की ऊंचाई पर है. 76 किलोमीटर लम्बे ग्लेशियर के चुनौतीपूर्ण क्षेत्र में 1984 के बाद से 860 भारतीयों की जानें गई हैं जिनमें से अधिकतर की मौत प्रतिकूल मौसम परिस्थितियों के कारण हुई.
पाकिस्तान की ओर से इस क्षेत्र के विसैन्यीकरण की बात की जा रही है क्योंकि वह इस क्षेत्र में लाभ की स्थिति में नहीं है, वहीं सेना प्रमुख इसे सामरिक महत्व का क्षेत्र बताते रहे हैं.
गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दुनिया के सबसे उंचे युद्ध क्षेत्र सियाचिन का दौरा 2005 में किया था और इस क्षेत्र को शांति क्षेत्र में बदलने की इच्छा जताई थी.
सियाचिन पहुंचे नए सेना प्रमुख सुहाग
प्रधानमंत्री मोदी के सियाचिन पहुंचने की खबर के बीच रविवार को सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने सियाचिन ग्लेशियर का दौरा किया.
श्रीनगर स्थित एक रक्षा प्रवक्ता ने कहा, ‘सेना प्रमुख ने सियाचिन ग्लेशियर का दौरा किया. उन्होंने सियाचिन युद्ध स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित करके इस सेक्टर में अपने प्राण न्योछावर करने वाले बहादुर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने सियाचिन आधार शिविर में सैनिकों को संबोधित करते हुए सियाचिन ब्रिगेड में बहादुर जवानों के प्रयासों की प्रशंसा की. सेना प्रमुख पूर्वी लद्दाख में अग्रिम चौकियों का भी दौरा करेंगे और उस सेक्टर में सेना की रक्षा तैयारियों की समीक्षा करेंगे.’
प्रवक्ता ने कहा, ‘31 जुलाई को पदभार संभालने के बाद सेना प्रमुख का यह क्षेत्र का पहला दौरा है. सेना प्रमुख के साथ उत्तरी कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल डी एस हुड्डा भी थे. प्रवक्ता ने कहा, ‘सेना प्रमुख उत्तरी कमान के सैन्य कमांडर तथा फायर एंड फ्यूरी कोर के जनरल आफिसर कमांडिंग के साथ लद्दाख क्षेत्र में वर्तमान सुरक्षा माहौल, आधारभूत विकास परियोजनाओं और सेना द्वारा शुरू किये गए विभिन्न पहलों पर विस्तृत चर्चा की. जनरल सुहाग ने सैनिकों को उपलब्ध सैन्य बुनियादी सुविधाओं की भी समीक्षा की.’
सेना प्रमुख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगवानी करेंगे जिनके 12 अगस्त को सियाचिन ग्लेशियर की यात्रा किये जाने की उम्मीद है.