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पूर्वोत्तर में जीत के बाद मोदी की कार्यकर्ताओं को नसीहत, 'कांग्रेस कल्चर से बचें'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कई कार्यकर्ताओं ने इस जीत के लिए शहादत दी है, राजनीतिक विचारधारों के कारण हमारे कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतारा गया है.

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त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी की ऐतिहासिक जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में स्वागत किया गया. यहां पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं को भी संबोधित किया. प्रधानमंत्री ने जिस दौरान अपना भाषण शुरू किया उसी दौरान पास की मस्जिद में अज़ान हुई, इस दौरान पीएम ने अपना भाषण रोका और कहा कि अज़ान होने तक शांत ही रहें. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाषण के दौरान 2 मिनट का मौन रखा, उन्होंने ये मौन बीजेपी कार्यकर्ताओं की राजनीतिक हत्याओं के लिए रखा गया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कई कार्यकर्ताओं ने इस जीत के लिए शहादत दी है, राजनीतिक विचारधारों के कारण हमारे कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतारा गया है. भय और भ्रम के बीच हमारी पार्टी ने माओवादी विचार के जुल्म को सहा है, ये लोकतंत्र की ताकत है कि गरीब और अनपढ़ मतदाता ने चोट का जवाब वोट से दिया है. हमारे कार्यकर्ताओं को खोने की पीड़ा जितनी हमें थी, उतनी ही त्रिपुरा के लोगों को भी थी. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को कहा कि आप कांग्रेस कल्चर से दूर रहें.

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हार स्वीकार नहीं कर रहे विरोधी

पीएम मोदी ने कहा कि लोकतंत्र में जय और पराजय स्वाभाविक है, राजनीतिक दलों को विजय को पचाना जरूरी है. अगर रगों में लोकतंत्र है तो हार को भी स्वीकार किया जा सकता है. 2014 से मैं लगातार देख रहा हूं कि जो लोकतंत्र की दुहाई देते रहे हैं, वह पराजय को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं. आज भी त्रिपुरा में हार के बाद लेफ्ट का बयान चौंकाने वाला है. विरोधियों के गलत प्रचार के बीच भी लोगों के बीच बीजेपी और भारत सरकार की अच्छाई पहुंच रही है.

तय किया शून्य से शिखर का सफर

पार्टी कार्यकर्ताओं से पीएम मोदी ने कहा कि ये यात्रा NO ONE से WON और शून्य से शिखर तक की है. उन्होंने कहा कि जब सूर्य अस्त होता है तो लाल रंग का होता है और जब उदय होता है तो केसरिया रंग का होता है. कल देश होली के दौरान अलग रंगों से रंगा था, लेकिन आज हर रंग केसरिया रंग हो गया है.

देश का वास्तुशास्त्र सुधरा!

इस दौरान पीएम ने वास्तु शास्त्र की भी बात की. उन्होंने कहा कि जो वास्तु शास्त्र वाले लोग होते हैं वो एक मान्यता रखते हैं कि वास्तु शास्त्र के हिसाब से इमारत की जो रचना होती है उसमें नॉर्थ ईस्ट का कोना सबसे महत्वपूर्ण होता है. अगर एक बार नॉर्थ ईस्ट ठीक हो गया तो सबकुछ ठीक हो जाता है. आज नॉर्थ ईस्ट देश की विकास की यात्रा की अगुवाई कर रहा है.

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त्रिपुरा का संदेश साफ, अकेले चलते-चलते साफ न हो जाए वाम

उन्होंने कहा कि संगठन की शक्ति के आधार पर और जन संपर्क के माध्यम से हमने इस जीत को कड़ी मेहनत से पाया है. उन्होंने कहा कि बहुत बड़ा नाम, चेहरा और भाषणबाजी करने वाला ही नेता नहीं होता है जो जमीन पर काम करता है वही नेता है. तीनों राज्य के नेताओं ने शानदार काम किया है.

नॉर्थ ईस्ट के लिए काफी काम

उन्होंने कहा कि त्रिपुरा की बीजेपी की चुनी हुई टीम सबसे छोटी आयु की टीम है. ये कमाल हमारी राजनीतिक बाल टीम का है. 2014 के दौरान ही दिल्ली में नॉर्थ ईस्ट के बच्चों के साथ अत्याचार हुआ था, तब राजनाथ सिंह ने नॉर्थ ईस्ट के बच्चों के साथ बैठक की थी. सबसे पहला मैसेज वही था, उसके बाद नॉर्थ ईस्ट के नौजवानों को दिल्ली पुलिस में कोटा दिया गया. नॉर्थ ईस्ट के लोगों को लगता था कि दिल्ली उनसे दूर है. वाजपेयी जी की सरकार ने हर मंत्रालय को 10 फीसदी खर्च नॉर्थ ईस्ट में करने को कहा था, लेकिन बीच में वो बंद हो गया था. अब हमारी सरकार ने इसे दोबारा लागू किया है.

अज़ान और 'शहीदों' के सम्मान में पीएम मोदी ने दो बार रोका भाषण

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वटवृक्ष बनकर उभरी है बीजेपी

पार्टी कार्यकर्ताओं से पीएम मोदी ने कहा कि देश आजाद होने के बाद जितने मंत्री नॉर्थ ईस्ट आए होंगे, उतने हमारी सरकार ने चार साल में भेजे हैं, हमारी सरकार का कोई ना कोई मंत्री हर 15 दिन में यहां आता है. केरल, त्रिपुरा, ओडिशा या पश्चिम बंगाल में जिस तरह बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या की जा रही है, जो हम से चुनावी जीत हासिल नहीं कर पाता है वो हिंसा के जरिए हमें निशाना बना रहे हैं.

हमारे कार्यकर्ताओं के खून की एक बूंद भी व्यर्थ नहीं जाएगी. पार्टी कार्यकर्ताओं से पीएम मोदी ने कहा कि जब मैं संगठन का काम करता था तो त्रिपुरा में हमारा संगठन काफी कमजोर था. आज हिंदुस्तान के हर कोने में बीजेपी वटवृक्ष बनकर उभरी है.

घट गया कांग्रेस का कद

उन्होंने कहा कि मैं अमित भाई को विद्यार्थी जीवन से जानता हूं, आज उनकी अगुवाई में जब सफलता पर सफलता मिलती है तो काफी गर्व होता है. लोग पद में ऊपर बढ़ते जाते हैं लेकिन कद में घटते जाते हैं, कांग्रेस का कद इतना छोटा पहले कभी नहीं हुआ जितना आज हुआ है. जब मैंने पुदुच्चेरी गया तो वहां के कांग्रेस सीएम को बधाई दी, आप सिर्फ कांग्रेस के लिए मिसाल बन जाएंगे. क्योंकि अब नॉर्थ ईस्ट के बाद कांग्रेस कर्नाटक में भी साफ हो जाएंगे. पंजाब में तो ऐसा हाल है कि ना वो उनको अपना मानते हैं ना ही ये उनको अपना मानतें हैं. वो तो पूरे फौजी ही हैं.

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