प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सितंबर में न्यूयॉर्क जा रहे हैं, जहां वह संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे. साल 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद भी नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया था. तब पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में 35 मिनट भाषण दिया था. इस दौरान उन्होंन आतंकवाद, उग्रवाद, पर्यावरण, सागर, अंतरिक्ष और साइबर-स्पेस संघर्ष जैसे मुद्दों पर अपनी राय रखी थी.
संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया था. उन्होंने कहा था कि आतंकवाद के साए के बिना गंभीर द्विपक्षीय वार्ता के लिए हम तैयार हैं. इसके लिए पड़ोसी देश उपयुक्त माहौल तैयार करे. इस मंच पर मुद्दे उठाना हल निकालने का कोई तरीका नहीं है. साथ ही उन्होंने यहां पाकिस्तान का नाम लिए बैगर उस पर आतंकवाद के मुद्दे पर जमकर निशाना साधा था.
PM @narendramodi will attend the #UNGA Session in New York in Sept.
He will address the General Assembly.
He had addressed the UNGA in 2014 after becoming PM.
In 2015, he addressed the Sustainable Development Summit after which he didn't travel to New York. pic.twitter.com/7GUhjbecfD
— Geeta Mohan گیتا موہن गीता मोहन (@Geeta_Mohan) July 13, 2019
पीएम मोदी ने आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए इसके खिलाफ ठोस अंतरराष्ट्रीय प्रयास करने की वकालत की थी. उन्होंने ने उन देशों की आलोचना की जो अपनी भूमि को आतंकवादियों के लिए पनाहगाह बनने की अनुमति दे रहे हैं या दहशत को अपनी नीति के एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने राजनीति, विभाजन, भेदभाव से ऊपर उठ कर और गुड (अच्छे) तथा बैड (खराब) आतंकवाद जैसे भेद करना बंद करके सयुंक्त राष्ट्र द्वारा अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ व्यापक संधि करने पर जोर दिया था.
संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी
हालांकि, तब से अब तक पाकिस्तान और भारत के रिश्तों में सुधार नहीं आया है. दोनों देशों के बीच अभी बातचीत नहीं हो रही है. फरवरी 2019 में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद तो दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात बन गए थे. बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद भारतीय सेना ने हमले की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के बालाकोट में जाकर आतंकियों के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी.
सितंबर 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रधानमंत्री ने कहा था, ‘हमें सुरक्षा परिषद सहित संयुक्त राष्ट्र का सुधार करना होगा. संयुक्त राष्ट्र अगले साल अपनी 70 वीं सालगिरह मनाने जा रहा है, जिसका भारत संस्थापक सदस्य है, यह उचित होगा कि 2015 तक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जरूरी सुधार कर लिया जाए.’
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी 2015 में, वर्ल्ड सस्टेनेबल डेवलपमेंट समिट को संबोधित करने के लिए न्यूयॉर्क गए थे. उसके बाद से उन्होंने न्यूयॉर्क की यात्रा नहीं की. पिछले तीन सालों से संयुक्त राष्ट्र में भारत का प्रतिनिधित्व तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज कर रही थीं.