बंगलुरु में बीजेपी की दो दिन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाषण दिया. मोदी ने कहा, 'आडवाणी जी ने मुझे बहुत कुछ सिखाया, नहीं तो मैं यहां नहीं होता. दिल्ली में सीनियर नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मेरी बहुत मदद की है.'
हम कहीं नहीं जा रहे: अमित शाह
भूमि बिल पर प्रजेंटेंशन
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राजनीतिक पेश पेश किया. जबकि
NE के सदस्य गोपाल अग्रवाल ने भूमि अधिग्रहण बिल पर प्रजेंटेशन दिया.
केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री वैकेंया नायडू ने इस बिल पर बुकलेट जारी की.
बुकलेट में भूमि बिल के फायदे बताए गए हैं.
कांग्रेस पर बोला हमला
राजनाथ सिंह ने इस प्रस्ताव के जरिए कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा, 'हम कांग्रेस मुक्त भारत की ओर बढ़ रहे हैं. कांग्रेस हमें गरीबों का हितैषी बताकर हमारे खिलाफ भ्रमित करने वाली अभियान चला रही है, जिसका हम जवाब देंगे.' प्रस्ताव में घोषणा की गई कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के शताब्दी वर्ष को मनाया जाएगा और अंत्योदय के उनके सपने को सच किया जाएगा.
मोदी का संबोधन
पार्टी अध्यक्ष अमित शाह का समापन
भाषण होगा और सबसे आखिर में प्रधानमंत्री मोदी बैठक को संबोधित करेंगे. माना जा रहा है कि बैठक में इस साल बिहार में होने वाले विधानसभा चुनावों पर भी
चर्चा होगी.
नहीं सुनने को मिलेगा आडवाणी का भाषण
लालकृष्ण आडवाणी समापन भाषण नहीं देंगे. बैठक में समापन भाषण के लिए जिन वक्ताओं की सूची तैयार की गई है, उसमें लालकृष्ण आडवाणी का नाम नहीं है. पार्टी भी इस मामले
पर अभी कुछ बोलने से बच रही है. जब बुधवार को पार्टी के नेता शाहनवाज हुसैन से इसके बारे में पूछा तो गया था तो उन्होंने कोई भी स्पष्ट जवाब नहीं दिया. माना जा रहा है कि
आडवाणी मोदी सरकार के अभी तक के कामकाज पर कुछ तल्ख टिप्पणियां कर सकते हैं इसलिए वक्ताओं की लिस्ट में उनका नाम शामिल नहीं किया गया.
भूमि बिल पर पूरे देश में रैलियां
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शुक्रवार को भूमि बिल पर एक अहम फैसला लिया गया. सूत्रों के मुताबिक पार्टी नेताओं ने फैसला किया है कि कि बीजेपी इस बिल के समर्थन में देशव्यापी रैलियां करेगी. बीजेपी की रैलियों की शुरुआत 6 मई को झारखंड की राजधानी रांची से होगी.