राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के कार्यकाल के चार साल पूरा होने के मौके पर राष्ट्रपति भवन का इतिहास हाईटेक संग्रहालय में बदला जा रहा है. इस नए संग्रहालय का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 जुलाई को करेंगे. इस संग्रहालय में राष्ट्रपति भवन के निर्माण के समय से लेकर अब तक इसमें रह चुके राष्ट्रपतियों के इतिहास का वर्णन होगा.
88 साल पुराने राष्ट्रपति भवन में संग्रहालय परिसर के दूसरे चरण का उद्घाटन 10 हजार वर्ग मीटर में फैली परियोजना के पूरा होने का प्रतीक है. इसमें स्टेबल्स म्यूजियम (पहला चरण-जिसका उद्घाटन पिछले साल हुआ था), गैराज संग्रहालय (इस साल जिसका उद्घाटन होगा) और क्लॉक टावर होगा. इसमें विजिटर्स रिसेप्शन सेंटर, कैफेटेरिया और स्मरणिका की दुकान होगी.
राष्ट्रपति भवन का इतिहास दर्शाने के लिए इसके परिसर में हाईटेक संग्रहालय बनाया गया है. खास बात यह भी है कि इसी दिन राष्ट्रपति के रूप में प्रणब मुखर्जी चार साल पूरे करेंगे. उन्होंने 8 अक्टूबर, 2014 को
88 साल पुराने राष्ट्रपति भवन में संग्रहालय के दूसरे चरण के निर्माण की नींव रखी थी.
2 अक्टूबर से आम जनता के लिए खोला जाएगा
यह अत्याधुनिक संग्रहालय 10,000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में बना है. इसमें बहुमूल्य संग्रहणीय वस्तुएं रखी गई हैं. इसका पहला चरण अगस्त, 2014 में ही जनता के लिए खोला जा चुका है, जहां पूर्व और वर्तमान राष्ट्रपति
को मिले तोहफे, चित्र तथा ऐतिहासिक दस्तावेज रखे गए हैं. पूर्व राष्ट्रपतियों के कपड़े, किताबें, जूते चप्पल से लेकर हर तरह का सामान यहां रखा गया है. पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने जिस सूट को पहनकर लड़ाकू
विमान सुखोई में उड़ान भरी थी, वह भी यहां मौजूद है. राष्ट्रपति की सचिव अमिता पॉल ने बताया कि ये संग्रहालय 2 अक्टूबर से हफ्ते में 6 दिन आम लोगों के लिए खोला जाएगा.
वर्चुअल स्टूडियो में राष्ट्रपति के साथ फोटो खींचने का मौका!
संग्रहालय में अंग्रेजी शासकों की देश में स्वतंत्रता आंदोलन के प्रति प्रतिक्रिया, सत्ता का हस्तांतरण, गणतंत्र की स्थापना, 1950 से भारत के 13 राष्ट्रपतियों का जीवन और कार्यशैली, राष्ट्रपति भवन की जिंदगी, परिसर की
सुंदरता और वातावरण, वहां काम करने वाले लोगों तथा महत्वपूर्ण अतिथियों आदि के बारे में जानकारी है. जो लोग राष्ट्रपति के साथ फोटो खींचना चाहते हैं उनके लिए वर्चुअल स्टूडियो भी बनाया गया है.
म्यूजियम बनाने में खर्च हुए 80 करोड़
पहले यह हिस्सा राष्ट्रपति भवन के वाहनों के लिए गैराज के रूप में इस्तेमाल होता था. आर्ट गैलरी में पहली प्रदर्शनी भारतीय चित्रकार प्रतीक्षा अपूर्व की पेंटिंग के कलेक्शन की होगी. पूरे म्यूजियम में एलईडी लाइट का
इस्तेमाल किया गया है. इस संग्रहालय के निर्माण पर अब तक 80 करोड़ का खर्च आया है.