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PM मोदी का कड़ा संदेश- अपने ही धर्म का नुकसान कर रहे हैं कट्टरपंथी

आज पीएम मोदी और जॉर्डन के शाह की मुलाकात में फलस्तीन के मुद्दे के साथ ही आतंकवाद, चरमपंथ और उग्रवाद से निपटने के तरीकों पर प्रमुखता से चर्चा हो सकती है. दोनों देशों के बीच स्वास्थ्य, संस्कृति, सीमा शुल्क में परस्पर सहयोग, जनसंचार एवं मीडिया और विरासत स्थलों के बारे में कई समझौते हो सकते हैं.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को दिल्ली में इस्लामिक स्कॉलर कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान पीएम मोदी ने कट्टरपंथियों को कड़ा संदेश दिया. पीएम ने कहा कि कट्टरपंथी ये नहीं जानते हैं कि जिस धर्म के नाम पर वह लड़ाई लड़ने की बात करते हैं वो उसी धर्म का नुकसान कर रहे हैं. इस कार्यक्रम में जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला द्वितीय बिन अल हुसैन समेत देश के कई इस्लामिक नेता मौजूद रहे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस्लाम की सच्ची पहचान बनाने में जॉर्डन नरेश की अहम भूमिका है. जॉर्डन और भारत के बीच इतिहास-धर्म का रिश्ता है. जॉर्डन ऐसी जगह पर मौजूद है जहां पर खुदा का पैगाम पैगम्बरों और संतों की आवाज़ बनकर दुनिया भर में गूंजा. दुनिया के सभी धर्म भारत के पालने में पले-बढ़े हैं.

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पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने दुनिया को अमन की राह दिखाई. भारत की आबोहवा में सभी धर्मों की खुशबू है. दिल्ली सूफियाना की जगह है, यहां हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह भी है. पीएम ने कहा कि सांस्कृतिक विविधता ही हमारी पहचान है. देश में मंदिर में दिया भी जलता है तो मस्जिद में सजदा भी होता है. गुरुद्वारे में सबद गाई जाती है तो चर्च में प्रार्थना भी की जाती है.

पीएम मोदी ने कहा कि अभी होली के रंग हैं, कुछ ही दिन बाद रमजान मनाया जाएगा. देश में बुद्ध नववर्ष, गुड फ्राइडे मनाया जाता है. उन्होंने कहा कि इंसानियत के खिलाफ दरिंदगी करने वाले ये नहीं जानते कि ऐसा करने से धर्म का भी नुकसान होता है. आतंकवाद के खिलाफ मुहिम किसी धर्म के खिलाफ नहीं बल्कि मानसिकता के खिलाफ है. आतंकवाद पर काबू पाने में हम सक्षम हुए हैं.

पीएम मोदी बोले कि हमारे देश में युवा के हाथ में कंप्यूटर है तो दूसरे हाथ में कुरान भी है. उन्होंने कहा कि अमन समझौते पर दस्तखत करने वालों में दो भारतीय शामिल रहे. देश की खुशहाली से ही सभी की खुशहाली है.

इस मौके पर किंग ऑफ जॉर्डन शाह अब्दुल्ला द्वितीय बिन अल हुसैन कहा ने कि धर्म सभी से प्रेम करना सिखाता है, सभी पड़ोसियों को साथ लेकर चलना सिखाता है. उन्होंने कहा कि कट्टरपंथ चिंता का विषय है, मानवियता और इंसानियत ही दुनिया की बुनियाद है.

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इस कॉन्फ्रेंस में जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला-2 ने कहा कि हमारी प्राथमिकता है बेहतर भविष्य सुरक्षित रखना. जॉर्डन में मुस्लिमों और ईसाइयों के लिए हमारी ऐसी कोशिश है. हम पड़ोसी देशों के शरणार्थियों के लिए भी सद्भाव वाला माहौल तैयार करने का काम कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि हम सभी का भविष्य साझा है. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई किसी धर्म के खिलाफ नहीं है. ये लड़ाई उदारवादियों और कट्टरपंथ की सोच के बीच है. हमें घृणा फैलाने वाली आवाज को दबाने की जरूरत है. युवा लोगों में उदारवाद की भावना विकसित करने की जरूरत है. हमें शांतिपूर्ण सहअस्तित्व की भावना के अनुरुप दुनिया को विकसित करना होगा.

गौरतलब है कि भारत और जॉर्डन की दोस्ती आज और परवान चढ़ेगी. आज दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहमति के आधार पर कई समझौतों के ज्ञापन पत्रों पर हस्ताक्षर हो सकते हैं. जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला द्वितीय बिन अल हुसैन बुधवार को भारत पहुंचे हैं. कल उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की थी. आज शाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. इस दौरान दोनों देशों में कई अहम समझौते होंगे.

आतंकवाद समेत कई मुद्दों पर होगी चर्चा

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक आज पीएम मोदी और जॉर्डन के शाह की मुलाकात में फलस्तीन के मुद्दे के साथ ही आतंकवाद, चरमपंथ और उग्रवाद से निपटने के तरीकों पर प्रमुखता से चर्चा हो सकती है. दोनों देशों के बीच स्वास्थ्य, संस्कृति, सीमा शुल्क में परस्पर सहयोग, जनसंचार एवं मीडिया और विरासत स्थलों के बारे में कई समझौते हो सकते हैं. जॉर्डन उर्वरक और फॉस्फेट की आपूर्ति कर भारत के खाद्य सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण योगदान कर सकता है.

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तीन सप्ताह पहले पीएम मोदी गए थे जॉर्डन

करीब तीन सप्ताह पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फलस्तीन समेत पश्चिम एशिया की अपनी यात्रा के तहत जॉर्डन का दौरा किया था. जॉर्डन के शाह और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बीच बुधवार को कारोबार, निवेश, सुरक्षा एवं पर्यटन समेत कई विषयों पर चर्चा हुई.

भारतीयों को जॉर्डन में मिलेगा वीजा ऑन अराइवल

जॉर्डन के शाह ने भारत-जॉर्डन बिजनेस समिट के दौरान ने कहा कि भारत में निवेश की अपार संभावनाएं हैं. इस यात्रा से भारत-जॉर्डन के द्विपक्षीय रिश्तों को नई दिशा मिलेगी. इसके साथ ही जॉर्डन की ओर से भारतीयों के लिए वीजा ऑन अराइवल देने का एलान किया गया है.

सुषमा स्वराज से की थी मुलाकात

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर कहा कि जार्डन और भारत के बीच ऐतिहासिक संबंध और मजबूत हुए. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शाह अब्दुल्ला से भेंट की.

प्रोटोकॉल तोड़ पीएम ने की थी अगवानी

गौरतलब है कि जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला (द्वितीय) बिन अल हुसैन तीन दिवसीय भारत यात्रा पर मंगलवार को दिल्ली पहुंचे. यहां उनकी भव्य अगवानी की गयी और एयरपोर्ट पर उनके स्वागत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रोटोकोल तोड़कर खुद पहुंचे थे.

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