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पीएम मोदी बोले-सैमसंग फैक्ट्री से मिलेगी मेक इन इंडिया को गति

नोएडा के सेक्टर 81 में स्थित सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स की यह फैक्ट्री करीब 35 एकड़ में फैली है. देश में 1990 के दशक की शुरुआत में पहला इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण केंद्र स्थापित हुआ जिसमें 1997 में टीवी बनना शुरू हुआ.

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नोएडा में दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री का उद्घाटन
नोएडा में दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री का उद्घाटन

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन ने आज नोएडा को दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री की सौगात दी. दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से फीता काटकर इस प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया.

नोएडा स्थित सैमसंग मोबाइल कंपनी के इस कार्यक्रम में पीएम मोदी और साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन ने इस प्रोजेक्ट के बारे में बताया. पीएम मोदी ने कहा कि इस फैक्ट्री से जहां रोजगार के अवसर पैदा होंगे, वहीं यह यूनिट मेक इन इंडिया को भी गति देगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर कहा कि इस यूनिट में आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. मोदी ने इस यूनिट के लिए सैमसंग को बधाई दी. उन्होंने कहा कि 5 हजार करोड़ का यह निवेश सैमसंग के साथ-साथ दोनों देशों के रिश्तों को भी मजबूत करेगा. उन्होंने कहा कि भारत में शायद ही कोई ऐसा परिवार होगा, जहां कोरियाई प्रोडक्ट न हो. आज भारत में लगभग 40 करोड़ स्मार्ट फोन का इस्तेमाल किया जा रहा है.

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पीएम मोदी ने कहा कि इस कंपनी के साथ ही देश में मेक इन इंडिया को गति मिलेगी. उन्होंने कहा कि मोबाइल मैनुफैक्चरिंग में भारत दूसरे नंबर पहुंच गया है. मोबाइल फैक्ट्रियों की संख्या 2 से बढ़कर 120 पहुंच गई है, जिनमें से 50 से ज्यादा सिर्फ नोएडा में ही है. इससे 4 लाख से  अधिक नौजवानों को सीधे रोजगार मिला है. उन्होंने बताया कि इस यूनिट में हर महीने करीब 1 करोड़ मोबाइल फोन बनेंगे, जिसका 30 फीसदी एक्सपोर्ट किया जाएगा.

मेट्रो से पहुंचे नोएडा

इससे पहले पीएम मोदी ने मून जे इन के साथ मेट्रो में सफर किया. वो दिल्ली के मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन से नोएडा के बॉटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन तक मेट्रो से पहुंचे. इस दौरान उनके साथ साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन भी रहे. वहीं, दोनों नेता गांधी स्मृति भी गए. जहां उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पसंदीदा भजन सुने.

दिल्ली मेट्रो ने अपने बयान में बताया कि पीएम मोदी ने एक आदमी की तरह टोकन लेकर मेट्रो में सफर किया. साथ ही इस दौरान बाकी यात्री भी मेट्रो में यात्रा करते रहे.

नोएडा के सेक्टर 81 में स्थित सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स की यह फैक्ट्री करीब 35 एकड़ में फैली है. देश में इसे मेक इन इंडिया की तर्ज पर देखा जा रहा है. इससे करीब 20 हजार रोजगार पैदा होने का अनुमान है. इस फैक्ट्री को बनाने में पिछले साल सैमसंग ने करीब 5 हजार करोड़ का निवेश किया था.

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सीएम योगी क्या बोले

प्रोजेक्ट के उद्घाटन से पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा साउथ कोरिया और यूपी का पुराना रिश्ता है. अब इस रिश्ते को एक नया आधार मिला है. प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी देते हुए सीएम योगी ने कहा, 'जब मार्च 2017 में यूपी का सीएम बना तब सैमसंग इस प्रोजेक्ट को यहां से बाहर ले जाने के लिए तैयार था. तब मैंने सैमसंग से बात की और मई 2017 में यूपी सरकार के साथ सैमसंग ने एमओयू साइन किया. इस कंपनी में 35 हजार से अधिक रोजगार सृजन होगा.'

ये हैं खासियत:

-देश में 1990 के दशक की शुरुआत में पहला इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण केंद्र स्थापित हुआ जिसमें 1997 में टीवी बनना शुरू हुआ. मौजूदा मोबाइल फैक्ट्री 2005 में लगाई गई.

-पिछले साल जून में दक्षिण कोरियाई कंपनी ने 4,915 करोड़ रुपये का निवेश कर नोएडा प्लांट में विस्तार करने का ऐलान किया, जिसके एक साल बाद नई फैक्ट्री अब दोगुना उत्पादन करने के लिए तैयार है.

- भारत में कंपनी इस समय 6.7 करोड़ स्मार्टफोन बना रही है और नए प्लांट के चालू हो जाने पर तकरीबन 12 करोड़ मोबाइल फोन की मैन्यूफैक्चरिंग होने की संभावना है.

- नई फैक्ट्री में न सिर्फ मोबाइल बल्कि सैमसंग के कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे रेफ्रिजरेटर और फ्लैट पैनल वाले टेलीविजन का उत्पादन भी दोगुना हो जाएगा और कंपनी इन सारे सेगमेंट में नंबर वन की भूमिका में बनी रहेगी.

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- सैमसंग के भारत में दो विनिर्माण संयंत्र, नोएडा और तमिलनाडु के श्रीपेरुं बदूर में हैं. इसके अलावा पांच रिसर्च एंड डेवलेपमेंट सेंटर और नोएडा में एक डिजाइन केंद्र हैं जिनमें 70 हजार लोग काम करते हैं. कंपनी ने अपने नेटवर्क को बढ़ाया है और 1.5 लाख रिटेल आउटलेट खोले हैं.

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