उत्तर प्रदेश और पंजाब के आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी का नारा राष्ट्रवाद होगा. पार्टी इसी के सहारे चुनावी मैदान में कूदेगी. ये संकेत खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी कार्यकर्ताओ को दिए. पार्टी की प्रदेश कोर ग्रुप की बैठक में मोदी ने कहा की राष्ट्रवाद पार्टी की पहचान है और इसे बनाए रखें.
मंगलवार को बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक में प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं से कहा कि इसके लिए तिरंगा यात्रा जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाए, ताकि लोगों तक देशभक्ति का संदेश दिया जा सके. मोदी ने कार्यकर्ताओं को सलाह दी कि हमें ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए जो सरकार के अच्छे कामों के बावजूद लोगों को गुमराह कर रहे हैं.
25 सितंबर से दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार गरीबों के लिए नीति बना रही है और उनके विकास के लिए काम करने में जुटी है. उन्होंने कहा, 'पार्टी विपक्ष की मानसिकता से बाहर निकले और विकास के कामों को लोगों तक पहुंचाए.' प्रधानमंत्री ने दीन दयाल उपाध्याय की अंत्योदय योजना को लागू करने के लिए 25 सितंबर से अभियान चलाने की बात भी कही. मोदी ने यह भी कहा कि वर्षों से देश भ्रष्टाचार वाली सरकार झेलता रहा है. बीजेपी को चुनाव चुनाव जीतना ही है ताकि भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देकर लोगों की उम्मीदों पर खरा उतर सके.
अशांत कश्मीर और राष्ट्रवाद
जाहिर है चुनाव से पहले मोदी की ओर से पार्टी नेताओं को यह संदेश साफ करता है कि उत्तर प्रदेश और पंजाब में वो राष्ट्रवाद और विकास के नारे को साथ लेकर चलेगी. जबकि मौजूदा समय में कश्मीर का मुद्दा सुर्खियों में है, मोदी ने राष्ट्रवाद को महत्व देने का बयान पार्टी और सरकार की लाइन पूरी तरह साफ कर दी है.
शाह ने संगठन की मजबूती पर दिया जोर
खास बात यह है कि केंद्र में सत्तासीन होने के बाद बीजेपी कोर ग्रुप की ये पहली बैठक थी. इसमे प्रदेश अध्यक्षों के अलावा वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री और प्रभारी भी मौजूद थे. बैठक में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने अनुशासन के साथ संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि जहां पार्टी सत्ता में नहीं है, उन राज्यों में मेहनत करके आगे बढ़ा जाए.
27 अगस्त को बीजेपी शासित राज्यों के CM संग बैठक
दिनभर चली इस बैठक में न सिर्फ संगठन को काम करने के गुर सिखाए गए, बल्कि राज्यों में चलाई जा रही केंद्रीय योजनाओं का हाल भी जाना गया. संगठन की राज्यवार समीक्षा की गई और संगठन के लिए अच्छा क्या किया जा सकता है और किसी राज्य ने कुछ अच्छा किया है तो उसे अन्य राज्यों में अपनाने की बात भी कही गई. इस बैठक के बाद मोदी और शाह 27 अगस्त को सिर्फ बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा करने वाले हैं.