आसियान शिखर सम्मेलन में भाग लेने यहां पहुंचे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को कहा कि अभी दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संघ (आसियान) के 10 सदस्य देशों और भारत के बीच संबंधों का सर्वश्रेष्ठ आना बाकी है.
ब्रुनेई के सुल्तान हसनल बोल्कियाह के साथ बातचीत के दौरान मनमोहन ने कहा कि भारत आसियान के साथ अपने संबंधों को विस्तार देने के लिए उत्साहित है और इस संदर्भ में भारत-आसियान मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) में चर्चा हुई थी.
बैठक के बाद मीडिया को जानकारियां देने वाले आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सुल्तान ने कहा कि उन्होंने एफटीए के प्रारम्भिक निष्कर्ष के लिए भारतीय आकांक्षाएं साझा कीं.
भारत व आसियान सेवाओं व निवेश के क्षेत्र में मुक्त व्यापार समझौता तैयार करने के अंतिम चरण में हैं. दोनों पक्षों के बीच करीब 80 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार होता है. दोनों देशों के बीच वस्तुओं पर एफटीए लागू है.
एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि सुल्तान ने कहा है कि कृषि, सूचना प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, आपदा प्रबंधन व मानव संसाधन विकास ब्रुनेई के लिए प्राथमिकता हैं और वह इन क्षेत्रों में भारत के साथ भागीदारी विकसित करना चाहता है.
भारत ब्रुनेई से करीब 1.2 अरब डॉलर के तेल का आयात करता है. दोनों पक्षों ने तरल प्राकृतिक गैस (एलएनजी) के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की सम्भावनाओं पर चर्चा की.
प्रधानमंत्री ने दिल्ली में 20-21 दिसम्बर को आयोजित होने जा रहे आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए ब्रुनेई के सुल्तान द्वारा दी गई स्वीकृति के लिए उन्हें धन्यवाद दिया.
इस शिखर सम्मेलन के साथ ही भारत के आसियान के साथ सम्बंधों के 20 वर्ष व आसियान-भारत शिखर सम्मेलन-स्तर की भागीदारी की 10वीं वर्षगांठ पूरी होगी.