सीमा पार और कड़ा संदेश देने के लिए भारत व्यापार पर विराम लगा सकता है. बुधवार को एलओसी के हालात पर रक्षा मंत्री एंटनी और NSA के साथ प्रधानमंत्री विचार कर सकते हैं.
भारत के कड़े तेवरों के बावजूद पाकिस्तान नहीं सुधर रहा है. मंगलवार को भी पाकिस्तान की फौज ने एलओसी पर दो जगह फायरिंग की. ये फायरिंग मेंढर सेक्टर में हुई. चक्कन दा बाग में दोनों सेना के बीच फ्लैग मीटिंग के बाद पाकिस्तान ने पांचवीं बार सीजफायर का उल्लंघन किया है. जवाबी कार्रवाई में एक पाकिस्तानी सैनिक के मारे जाने की खबर है.
गौरतलब है कि LoC पर पाकिस्तान की दरिंदगी के बाद प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है. प्रधानमंत्री ने कहा है कि LoC पर जो बर्बरता हुई है, उसके बाद पाकिस्तान के साथ रिश्ते पहले जैसे नहीं रह सकते. मनमोहन ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ क्या-क्या विकल्प हैं, इस पर वे सार्वजनिक चर्चा नहीं कर सकते, लेकिन दोषियों को सजा मिलनी ही चाहिए. प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिलकर उन्हें भी LoC के हालात की जानकारी दी.
पाकिस्तान के साथ बिगड़े रिश्तों का असर नए वीजा समझौते पर भी पड़ा है. पाकिस्तान के साथ हुए समझौते के मुताबिक 65 साल से ज्यादा उम्र के पाकिस्तानी मूल के लोगों के लिए पहले से वीजा लेने की जरूरत नहीं होगी. मंगलवार से उनके लिए 'वीजा ऑन एराइवल' व्यवस्था लागू होनी थी. लेकिन तकनीकी वजहों से ये व्यवस्था शुरू नहीं हो पाई. बीजेपी और कांग्रेस, दोनों ने सरकार के फैसले का स्वागत किया है.
विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान के बारे में प्रधानमंत्री के बयान का स्वागत किया है. सुषमा का कहना है कि उनकी पार्टी पाकिस्तान के खिलाफ सरकार के सख्त तेवर का समर्थन करती है. लेकिन प्रधानमंत्री ने देश का मूड समझने में देर की.