रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (एनआईएसईआर) का उद्घाटन किया. इसके बाद संबोधन में उन्होंने कहा कि विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में शिक्षक, छात्र काम कर रहे हैं. खोज को आम लोगों तक पहुंचना एक चुनौती है. प्रधानमंत्री यहां से पुरी के जगन्नाथ मंदिर पहुंचे और वहां उन्होंने भगवान के दर पर मत्था टेका. इसके बाद पीएम ने पारादीप ऑयल रिफाइनरी राष्ट्र को समर्पित की.
Prayed at the Jagannath Temple for the development of India & the wellbeing of every Indian. pic.twitter.com/OGe8XtWzz2
— Narendra Modi (@narendramodi) February 7, 2016
Touched by people's warmth and affection in Puri. pic.twitter.com/e1wMlwP5S5
— Narendra Modi (@narendramodi) February 7, 2016
पीएम मोदी पारादीप रिफाइनरी के उद्घाटन के बाद विशाखापट्टनम के लिए रवाना हो गए. इससे पहले उन्होंने रिफाइनरी के उद्घाटन के मौके पर कहा कि पारादीप देश का भाग्यदीप बनेगा. विशाखापट्टनम में पीएम शाम को इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू में इंटरनेशनल सिटी परेड देखेंगे और यहां संबोधन भी करेंगे.
सबसे हरा-भरा कैंपस बनाने की अपील
प्रधानमंत्री ने कहा, 'इमारतों से परिणाम नहीं आते, परिणाम तब आते हैं जब इमारतों से आत्माएं जुड़ती हैं. सिर्फ सीमेंट और ईंटों से नहीं, लोगों की प्रेरणाओं से संस्थान बनते हैं.' उन्होंने एनआईएसईआर कैंपस को देश का सबसे हरा-भरा कैंपस बनाने की अपील की और कहा कि इसे हरा-भरा बनाने के अलावा सोलर टेक्नोलॉजी से जीरो डिस्चार्ज के साथ चलाने के बारे में सोचना चाहिए.
मोदी ने कहा, 'जिस क्षण आविष्कार रुकते हैं, सिस्टम खत्म हो जाता है. हर समाज, हर युग को आविष्कार की जरूरत होती है. हर घंटे इनोवेशन की जरूरत रहती है.' उन्होंने कहा कि बच्चों की विज्ञान में दिलचस्पी बढ़ाने की जरूरत है. प्रधानमंत्री ने यह भी अपील की कि 2020 तक हर गरीब को घर देने में विज्ञान मदद करे.
मोदी का दूसरा ओडिशा दौरा
एएसआई ने मोदी के लिए काम रोका
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण मंदिर परिसर की मरम्मत कर रहा है. एएसआई ने मोदी के मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश को सुविधाजनक बनाने के लिए अपना काम टालने का निर्णय किया है.