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फ्लाइट लेट केस: उड्डयन मंत्रालय ने यात्रियों से जताया खेद, PMO ने मांगी रिपोर्ट

गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू के 'वीआईपी' दर्जे के चलते एअर इंडिया की फ्लाइट में हुई देरी पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने खेद जताया है. नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू ने कहा कि आगे ऐसी घटना न हो, इस पर ध्यान दिया जाएगा.

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PM Narendra Modi
PM Narendra Modi

गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू के 'वीआईपी' दर्जे के चलते एअर इंडिया की फ्लाइट में हुई देरी पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने खेद जताया है. नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू ने कहा कि आगे ऐसी घटना न हो, इस पर ध्यान दिया जाएगा.

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वीआईपी यात्रा के नाम पर फ्लाइट रवानगी में देर कराने के मामले में किरण रिजिजू और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं. केंद्र सरकार दोनों बीजेपी नेताओं को छूट देने के मूड में नहीं है. प्रधानमंत्री दफ्तर (पीएमओ) ने इन मामलों पर उड्डयन मंत्रालय से रिपोर्ट मांगी है. मंत्रालय ने कहा कि वह पीएमओ तक पूरा सच पहुंचाएगा.

दोनों पर अलग-अलग मामलों में है आरोप
मंत्रालय में सचिव आरएन चौबे ने बताया, 'हम एअर इंडिया की ओर से रिपोर्ट आने का इंतजार कर रहे हैं.' उन्होंने कहा कि एअर इंडिया की रिपोर्ट आने के बाद प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी. गौरतलब है कि दो अलग-अलग मामलों में फड़नवीस और रिजिजू पर एअर इंडिया की फ्लाइट रवाना होने में देर कराने का आरोप है . फड़नवीस वाला मामला 29 जून का है. मुंबई से नेवार्क जाने वाली फ्लाइट में चेकिंग के दौरान फड़नवीस के प्रिंसिपल सेक्रेटरी प्रवीण परदेशी को वैध वीजा न होने के चलते रोक लिया गया था.

क्या झूठ बोल रहे हैं फड़नवीस?
एअर इंडिया के अंदरूनी कम्युनिकेशन के मुताबिक, प्रवीण परदेशी के वीजा में गड़बड़ थी और जब मुख्यमंत्री फड़नवीस को इस बारे में बताया गया तो उन्होंने कहा कि वह अपने प्रतिनिधिमंडल के एक अहम सदस्य को छोड़कर रवाना नहीं हो सकते. इस पूरे घटनाक्रम की वजह से न्यूयॉर्क जाने वाली फ्लाइट 57 मिनट की देरी से रवाना हुई.

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मामला सामने आने पर फड़नवीस ने ट्वीट करके मामले को झूठा बताया था. उन्होंने लिखा था, 'मैंने जबरदस्ती न्यूयॉर्क जाने वाली फ्लाइट को देर करवाई, यह आरोप झूठा और बेबुनियाद है. मैं इससे पूरी तरह इनकार करता हूं.'

रिजिजू के लिए प्लेन से उतारे गए तीन यात्री
24 जून को इसी तरह के मामले में किरण रिजिजू पर आरोप लगे. लेह से दिल्ली आने वाली फ्लाइट में रिजिजू के लिए जगह बनाने के लिए प्लेन में बैठ चुके तीन यात्रियों को उतारा गया, जिसमें एक बच्चा भी शामिल था. आरोप है कि फ्लाइट रवानगी में देरी भी हुई.

इस पर सफाई देते हुए रिजिजू ने कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं थी. रिजिजू ने कहा, 'आमतौर पर मैं जब भी किसी आधिकारिक काम के सिलसिले में कहीं जाता हूं तो मुझे मेरे सभी यात्रा प्रबंधनों के बारे में सूचित किया जाता है. लेकिन इस घटना के लिए मैं जिम्मेदार नहीं हूं, क्योंकि लेह प्रशासन ने मुझे इसके बारे में सूचित नहीं किया था कि वे विमान में मेरा प्रबंधन कराने के लिए बदलाव कर रहे हैं.'

न्होंने कहा, 'यह साफ है कि यदि मुझे इन बदलावों के बारे में बताया जाता, जिनसे यात्रियों को समस्याएं हुई हैं तो मैं इसे होने से रोक सकता था.'

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फ्लाइट में देर होने के आरोप को उन्होंने यह कहते हुए गलत बताया कि फ्लाइट को पहले ही तकनीकी वजहों से प्रीपोन करने का फैसला लिया गया था.

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