नोटबंदी के बाद देश में इनकम टैक्स छापों की संख्या में अचानक तेज बढ़ोतरी देखी गई. अब पता चला है इस छापेमारी के पीछे पीएमओ की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. करीब 70 फीसदी छापे पीएमओ को हासिल जानकारी के आधार पर डाले गए हैं. नोटबंदी के बाद पीएमओ कोलेधन और नोटों की जमाखोरी के बारे में जानकारी देने वाले करीब 600 फोन कॉल आए हैं.
सूत्रों के अनुसार 8 नवंबर के बाद पीएमओ को हर दिन 15 से 20 कॉल मिल रहे हैं. इस तरह से फोन कर पीएमओ को लोग कालेधन या उसकी एक जगह से दूसरी जगह आवाजाही के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देते रहते हैं. इस तरह के कॉल से हासिल जानकारियों का मिलान किया जाता है और इसे जरूरत के मुताबिक संबंधित आयकर विभाग या ईडी और पुलिस को दे दिया जाता है. पीएमओ सूत्रों के अनुसार ऐसे कालेधन की जानकारी देने वाले ऐसे 100 फीसदी कॉल सही पाए गए हैं. गौरतलब है कि सरकार ने कालेधन की जानकारी के लिए एक हेल्पलाइन भी घोषित कर रखी है, लेकिन लोग सीधे पीएमओ से संपर्क बनाने में हिचक नहीं रहे हैं.
गृह राज्यमंत्री किरन रिजिजू ने 'आज तक' से खास बातचीत में कहा कि लोगों के पास मौजूद पहले नकली नोट इस नोटबंदी के बाद तबाह हो गया. उसके बाद काला धन बर्बाद हो गया, और जो काली कमाई थी वो भी धीरे-धीरे सामने आ रही है. कुछ अधिकारियों ने गलत काम करके नई नोट रखा अब वो भी पकड़ में आ रहे हैं. ये सब दर्शाता है कि सरकार कितनी सक्रिय है और देश को इसे सराहना चाहिए.
उन्होंने कहा कि पहली बार देश को ऐसा प्रधानमंत्री मिला है जो हिम्मत के साथ ऐसा फैसला किया जो देश की सेहत के लिए अच्छी बात है. सरकार अब कालेधन वालों को नहीं बख्शेगी. ये बात इस सरकार ने शुरू से ठान लिया था इसीलिए आते ही कालेधन को लेकर SIT बनाया था. केंद्रीय मंत्री की मानें तो 50 दिन के बाद धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो जाएगी.
गौरतलब है कि नोटबंदी के बाद से 21 दिसंबर तक 3590 करोड़ रुपये से ज्यादा की अघोषित आय का पता चला है. आयकर विभाग के अनुसार इस दौरान 505 करोड़ रुपये से अधिक जब्त किए गए, जिनमें से 93 करोड़ रुपये नए करेंसी नोट में थे. इसके साथ ही सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग ने इस संबंध में आगे की जांच के लिए 215 मामले ईडी को, जबकि 185 मामले सीबीआई के पास भेजे हैं. इसके अलावा विभाग ने 3,589 से ज्यादा नोटिस जारी किए हैं. नोटबंदी के बाद पुराने नोटों को बदलने और नए नोटों के काले धंधे में लगे लोगों को पकड़ने के लिए आयकर विभाग की टीमें देश के अलग-अलग हिस्सों में लगातार छापे मार रही है.