पंजाब नेशनल बैंक में 11 हजार करोड़ से भी अधिक के फर्जीवाड़े के मामले में अब केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) भी उतर आया है. सीवीसी ने मामले की तह तक जाने के लिए वित्त मंत्रालय और पंजाब नेशनल बैंक के टॉप अधिकारियों को तलब किया है. वहीं इस मामले में शनिवार को भरतपुर पीएनबी ब्रांच के दो अधिकारी को निलंबित कर दिया गया. दोनों ही अधिकारी पूर्व में मुंबई पीएनबी में तैनात रहे थे. दोनों अधिकारी भी जांच के दायरे में हैं.
निलंबित किए गए बैंक अधिकारियों में से एक पीके जैन लक्ष्मण मंदिर स्थित पीएनबी शाखा में दो वर्षों से मैनेजर पद पर थे. दूसरा बैंक अधिकारी पीसी सोनी जिला पीएनबी कार्यालय भरतपुर में काम कर रहा था. नीरव मोदी द्वारा 11356 करोड़ रूपये के बैंक घोटाले के समय ये दोनों अधिकारी मुंबई पीएनबी कार्यालय में तैनात थे. इसके चलते विभाग और सीबीआई ने इनको भी जांच के दायरे में लिया है. जांच के दायरे में आने के बाद दोनों ही बैंक अधिकारी अपने अपने घरों से लापता हो चुके हैं और उनके घरों पर कोई भी नहीं मिला.
भरतपुर पीएनबी मंडल अधिकारी संजीव सांगला ने बताया कि बैंकिंग घोटाले के बाद पीएनबी हेड ऑफिस ने दोनों ही अधिकारियों को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए हैं, जिसको लागू कर दिया गया है. ये दोनों अधिकारी कुछ समय मुंबई में तैनात रहे थे, इसलिए जांच के दायरे में है.
वहीं आपको बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक के महाघोटाले की जांच कर रही सीबीआई की टीम को आज बड़ी सफलता मिली. टीम ने फर्जी LoU जारी कराने वाले पीएनबी के पूर्व डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्टी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. दो अन्य लोगों में एक बैंक कर्मचारी मनोज खराट और नीरव मोदी की कंपनी के कर्मचारी हेमंत भट्ट हैं. तीनों को आज सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा.
कई जगह छापे
वहीं ईडी की टीम नीरव मोदी और गीतांजलि जेम्स के देशभर के कई शोरूम पर छापेमारी की. चेन्नई में नीरव मोदी के 3 आउटलेट पर ED ने छापेमारी की. वहीं गीतांजलि जेम्स के पटना, दुर्गापुर, धनबाद, रांची और बोकारो स्थित ब्रांच में ईडी ने छापेमारी की. पटना ब्रांच से ईडी ने लगभग 2 करोड़ से ज्यादा के हीरे जब्त किए. यह छापेमारी शुक्रवार शाम को शुरू होकर शनिवार दोपहर तक चली.