पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाला मामले में आरोपी अरबपति हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसका मामा मेहुल चोकसी ने शेयर बाजार के जरिए जनता को भी लूटने की बड़ी साजिश रची थी. दोनों मिलकर 11,400 करोड़ रुपये से भी कई गुना ज्यादा बड़े घोटाले को अंजाम देने की फिराक में थे. अगर समय रहते इस 11,400 करोड़ रुपये के घोटाले का पर्दाफाश नहीं हुआ होता, तो नीरव मोदी और मेहुल चोकसी इससे भी कई गुना ज्यादा रकम की लूट को अंजाम देते.
दोनों जनता से फंड जुटाने के लिए शेयर बाजार का सहारा लेने वाले थे. नीरव मोदी की फायरस्टार डायमंड्स और गीतांजलि जेम्स की एक सहयोगी कंपनी के लिए IPO यानी इनिशियल पब्लिक ऑफर लाने की तैयारी थी. पिछले साल नीरव मोदी ने फायरस्टार डायमंड्स के IPO के लिए बैंकर्स को अपॉइंट किया था और गीतांजलि जेम्स के नक्षत्र वर्ल्ड को IPO के लिए पिछले साल नवंबर में पूंजी बाजार नियामक सेबी से हरी झंडी मिल गई थी.
इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक कंपनी की एक मीटिंग में आईपीओ लाने के लिए शेयरहोल्डर्स की मंजूरी मांगी गई थी. हालांकि उससे पहले PNB घोटाला सामने आ गया, जिसके चलते उनके मंसूबों में पानी फिर गया और वो भारत छोड़कर फरार हो गए. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर IPO के लॉन्च होने के बाद इस घोटाले का पर्दाफाश हुआ होता, तो निवेशकों को भारी भरकम नुकसान उठाना पड़ता. साथ ही घोटाले की रकम भी कई गुना ज्यादा होती.
गनीमत रही कि PNB बैंक घोटाले का खुलासा IPO लॉन्च होने से ठीक पहले हो गया और प्रमोटर्स के देश छोड़कर भागने से उनकी यह साजिश धरी की धरी रह गई. वहीं, शनिवार को तीसरे दिन भी PNB घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी रही. शनिवार को ED ने नीरव मोदी और अन्य के 21 ठिकानों पर छापेमारी की.
इस दौरान 25 करोड़ रुपये कीमत के हीरे-जवाहरात भी जब्त किए गए. इस तरह अब तक कुल मिलाकर 5,674 करोड़ रुपये की कीमत के सामान जब्त किए जा चुके हैं. इससे पहले शुक्रवार को ED ने PNB महाघोटाले के आरोपी नीरव मोदी के खिलाफ एक और केस दर्ज किया था. साथ ही देशभर में उसके 35 अलग ठिकानों पर छापेमारी की थी.
शुक्रवार को ED ने छापेमारी के दौरान 549 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त की थी. साथ ही CBI ने शुक्रवार को मामले में PNB के दो अधिकारी गोकुलनाथ शेट्टी और मनोज हेमंत करात के खिलाफ मुंबई में FIR दर्ज किया था, जिसके बाद शनिवार को गिरफ्तारियां भी हुईं.