हीरा व्यापारी नीरव मोदी ने पंजाब नेशनल बैंक में लूट का जो खेल खेला, उसकी तह तक जाने के लिए जांच एजेंसियों के टारगेट पर फर्जी कंपनियां भी हैं. बताया जा रहा है कि करीब 200 ऐसी कंपनियां एजेंसी के रडार पर हैं. साथ ही 'बेनामी' संपत्तियां भी जांच एजेंसियों की जांच के दायरे में हैं.
प्रवर्तन निदेशालय, सीबीआई और आयकर विभाग मुख्य रूप से पीएनबी में 11 हजार 400 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की जांच कर रही हैं, जिसमें हीरा कारोबारी नीरव मोदी, उसके रिश्तेदार और व्यापारिक भागीदार मेहुल चोकसी और अन्य के शामिल होने का आरोप है.
ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'आयकर विभाग ने मोदी, उनके परिवार के सदस्यों और कंपनियों की जिन 29 संपत्तियों को अस्थायी तौर पर कुर्क किया है उसका पीएमएलए के तहत ईडी आंकलन कर रही है. धन शोधन निरोधक कानून के तहत शीघ्र कुछ और संपत्तियों को भी कुर्क किया जाएगा.'
उन्होंने कहा कि ईडी और आयकर विभाग ने देश और विदेश में 200 डमी या मुखौटा कंपनियों पर ध्यान केंद्रित किया है, जिनका इस्तेमाल धोखाधड़ी के हिस्से के रूप में धन को भेजने या हासिल करने में किया जाता था.
ये है शकइस बात का संदेह है कि इन मुखौटा कंपनियों का इस्तेमाल आरोपी धन शोधन करने और जमीन, सोना और बेशकीमती रत्नों के रूप में 'बेनामी' संपत्ति खरीदने में कर रहे थे. इसकी आयकर विभाग अब जांच कर रहा है.
रविवार को भी एक्शन जारीप्रवर्तन निदेशालय ने नीरव मोदी और चोकसी की कंपनियों की रविवार को लगातार चौथे दिन तलाशी जारी रखी. ईडी धन शोधन निरोधक अधिनियम (पीएमएलए) के तहत कम से कम दो दर्जन अचल संपत्तियों को कुर्क करने जा रही है. ईडी ने रविवार को देश के 15 शहरों में 45 ज्वैलरी शोरूम और वर्कशॉप पर छापेमारी की.
अब तक ये कार्रवाई हुईईडी ने अब तक मामले में 5674 करोड़ रुपये के हीरे, सोने के जेवर और बेशकीमती रत्न जब्त किए हैं. आयकर विभाग ने कर चोरी की जांच के सिलसिले में गीतांजलि जेम्स, इसके प्रमोटर मेहुल चोकसी और अन्य के नौ बैंक खातों से लेन-देन पर कल रोक लगा दी थी. साथ ही मोदी, उनके परिवार के सदस्यों और उनके स्वामित्व वाले फर्मों की 29 संपत्तियां कुर्क कर ली गई हैं और 105 बैंक खातों से लेन-देन पर रोक लगा दी गई है.