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हैदराबाद यूनिवर्सिटी में कुलपति का विरोध, हिरासत में लिए गए 20 छात्र

प्रदर्शनकारियों ने कुलपति पर वेमुला को खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए उनके आवास और दफ्तर में घुसकर तोड़फोड़ की. उन सबने कुलपति को छह घंटों तक बंधक बनाए रखा. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर भी पथराव किया.

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प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया

हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में हंगामा के बाद पुलिस ने 20 प्रदर्शनकारी छात्रों को हिरासत में ले लिया है. इस साल जनवरी महीने में दलित छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी करने के मामले को लेकर मंगलवार को यूनिवर्सिटी में एक बार फिर तनाव बढ़ गया. दो महीने की छुट्टी के बाद कुलपति पी. अप्पा राव की वापसी पर वेमुला के साथी छात्रों ने उनका जमकर विरोध किया.

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कई छात्र संगठन मिलकर कर रहे हैं विरोध
कई छात्र संगठनों ने मिलकर सामाजिक न्याय के लिए संयुक्त कार्रवाई समिति बनाकर रोहित वेमुला सहित पांच दलित छात्रों के सस्पेंशन के लिए कुलपति पी. अप्पा राव, केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी, बंडारू दत्तात्रेय और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कुछ नेताओं को दोषी ठहराया था.

पुलिस और मीडियाकर्मियों पर पथराव
प्रदर्शनकारियों ने कुलपति पर वेमुला को खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए उनके आवास और दफ्तर में घुसकर तोड़फोड़ की. उन सबने कुलपति को छह घंटों तक बंधक बनाए रखा. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर भी पथराव किया. उनके हमले से कुछ मीडियाकर्मियों को भी चोट आई हैं. हंगामे में एक महिला प्रोफेसर को भी चोट पहुंची है. पुलिस को हालात पर काबू करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा.

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कुलपति की वापसी केंद्र का तानाशाही रवैया
प्रदर्शनकारियों के हमले से पहले कुलपति मीडिया से बात करने वाले थे. लंबी छुट्टी के बाद मगलवार को ही उन्होंने कार्यभार ग्रहण किया. छात्रों का कहना है कि राव की वापसी केंद्र सरकार का तानाशाह रवैया है. उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए. वेमुला की खुदकुशी के बाद शुरू हंगामे के दौरान कुलपति अप्पा राव 24 जनवरी को छुट्टी पर चले गए थे.

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