हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में हंगामा के बाद पुलिस ने 20 प्रदर्शनकारी छात्रों को हिरासत में ले लिया है. इस साल जनवरी महीने में दलित छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी करने के मामले को लेकर मंगलवार को यूनिवर्सिटी में एक बार फिर तनाव बढ़ गया. दो महीने की छुट्टी के बाद कुलपति पी. अप्पा राव की वापसी पर वेमुला के साथी छात्रों ने उनका जमकर विरोध किया.
Students being evacuated from Hyderabad University VC's lodge pelt stones at the police #RohithVemula pic.twitter.com/5Dq3oJCFE1
— ANI (@ANI_news) March 22, 2016
कई छात्र संगठन मिलकर कर रहे हैं विरोध
कई छात्र संगठनों ने मिलकर सामाजिक न्याय के लिए संयुक्त कार्रवाई समिति बनाकर रोहित वेमुला सहित पांच दलित छात्रों के सस्पेंशन के लिए कुलपति पी. अप्पा राव, केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी, बंडारू दत्तात्रेय और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कुछ नेताओं को दोषी ठहराया था.
Policemen injured during stone pelting by students at Hyderabad University VC's lodge #RohithVemula pic.twitter.com/YkR4tyTzh2
— ANI (@ANI_news) March 22, 2016
पुलिस और मीडियाकर्मियों पर पथराव
प्रदर्शनकारियों ने कुलपति पर वेमुला को खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए उनके आवास और दफ्तर में घुसकर तोड़फोड़ की. उन सबने कुलपति को छह घंटों तक बंधक बनाए रखा. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर भी पथराव किया. उनके हमले से कुछ मीडियाकर्मियों को भी चोट आई हैं. हंगामे में एक महिला प्रोफेसर को भी चोट पहुंची है. पुलिस को हालात पर काबू करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा.
Police evict students from Hyderabad University VC's lodge as they protest over #RohithVemula case pic.twitter.com/XYGpd6hbYo
— ANI (@ANI_news) March 22, 2016
कुलपति की वापसी केंद्र का तानाशाही रवैया
प्रदर्शनकारियों के हमले से पहले कुलपति मीडिया से बात करने वाले थे. लंबी छुट्टी के बाद मगलवार को ही उन्होंने कार्यभार ग्रहण किया. छात्रों का कहना है कि राव की वापसी केंद्र सरकार का तानाशाह रवैया है. उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए. वेमुला की खुदकुशी के बाद शुरू हंगामे के दौरान कुलपति अप्पा राव 24 जनवरी को छुट्टी पर चले गए थे.