आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के खुलासे के बाद हर किसी के मन में एक ही सवाल है कि आखिरकार काली कमाई के इस घिनौने खेल का मास्टमाइंट कौन है? दिल्ली और मुंबई पुलिस की मानें तो इसके तार डी कंपनी से जुड़े हैं. इसका खुलासा मंगलवार को दिल्ली पुलिस ने साकेत कोर्ट में किया. वहीं मुंबई पुलिस का भी दावा है कि फिक्सिंग के पीछे डी कंपनी है.
दरअसल, मंगलवार को कोर्ट में स्पॉट फिक्सिंग के चार आरोपियों की पेशी हुई. इस दौरान अदालत में सरकारी वकील ने डी कंपनी के लिंक का खुलासा किया. सरकारी वकील ने अदालत को बताया कि दाऊद गैंग के किसी शख्स से बुकी टीकू मंडी बात कर रहा था. उसी के बाद सारा मामला सामने आया.
उधर मुंबई पुलिस ने भी कहा है कि फिक्सिंग के खेल के पीछे डी कंपनी है क्योंकि दुबई और पाकिस्तान बात करने का मतलब ही है कि अंडरवर्ल्ड से लिंक रहा है.
मुबंई पुलिस के ज्वाइंट सीपी हिमांशु रॉय ने कहा है कि पाकिस्तानी अंपायर असद रऊफ कई बुकी के संपर्क में था और सारी जानकारियां देता था. बुकी पवन जयपुर ने असद रऊफ को दो सिम कार्ड दिए थे और विंदू दारा सिंह ने दोनों सिम कार्ड को तोड़ने के लिए कहा था.
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने 16 मई को आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग का खुलासा किया. इस बाबत राजस्थान रॉयल्स के एस श्रीसंत, अंजीत चंदीला और अकित चव्हाण की गिरफ्तारी हुई थी. इसके बाद, मुंबई पुलिस ने सट्टेबाजी को लेकर कई बड़ी गिरफ्तारियां की. बॉलीवुड अभिनेता विंदू दारा सिंह और बीसीसीआई चीफ एन श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन अभी पुलिस की गिरफ्त में हैं.