महाराष्ट्र के पुणे शहर में गणेश उत्सव के मौके पर सुरक्षा की चुनौतियों से निटपने के लिए पुलिसकर्मियों की मदद के लिए कॉलेजों के करीब पांच हजार छात्रों की तैनाती की गई थी. इन्हें ‘पुलिस मित्र’ नाम दिया गया था.
‘पुलिस मित्र’ के तौर पर काम करने वाले इन लड़के-लड़कियों ने गणेश उत्सव के समय हजारों की भीड़ पर नजर रखी, जिससे शहर की कानून-व्यवस्था को बरकरार रखने में मदद मिली. गणेश चतुर्थी का पर्व 19 सितंबर को शुरू हुआ था और शनिवार को इसका समापन हुआ. महाराष्ट्र में यह पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है.
पुलिस के साथ मिलकर किया काम
इन ‘पुलिस मित्रों’ को प्रशासन ने लाल रंग की टी-शर्ट मुहैया कराई थी और भीड़ को संभालने में इन्होंने पुलिसकर्मियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया.
पुणे के पुलिस आयुक्त गुलाबराव पॉल ने कहा, ‘गणेश उत्सव के समापन के बाद भी इन पुलिस मित्रों को इस बात के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा कि वे संभावित खतरों के बारे में जनता को जागरूक करें.’
पुणे में इस बार के गणेश उत्सव से कुछ दिनों पहले एक अगस्त को जेएम रोड पर बम विस्फोट हुए थे. दो साल पहले आतंकवादियों ने यहां की जर्मन बैकरी में धमाका किया था. इस स्थिति को देखते हुए भी पुणे पुलिस के सुरक्षा चुनौतियां बड़ी थीं. कर्मचारियों की दिक्कत से जूझ रही पुणे पुलिस ने इस बार छात्र-छात्राओं की मदद लेने की सूझी. इसके बाद शहर के करीब 100 कॉलेजों के छात्र-छात्राओं को ‘पुलिस मित्र’ के तौर चयन किया गया.
इन पुलिस मित्रों को 500 जत्थों में बांटकर इन्हें प्रशिक्षण दिया गया था. पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि इस काम में लगभग पांच हजार छात्रों ने अपना योगदान दिया.