दिल्ली की एक अदालत ने पुलिस से एक अंतरजातीय जोड़े को सुरक्षा प्रदान करने के लिए कहा है. समीपवर्ती राज्य में यह जोड़ा अपने गांव से भाग गया और दिल्ली आ कर इसने विवाह कर लिया.
न्यायमूर्ति शिव नारायण धींगरा ने दिल्ली पुलिस से इस जोड़े को सुरक्षा प्रदान करने के लिए कहा है. इस जोड़े ने अदालत को बताया कि उन्हें लड़की के परिवार से खतरे की आशंका है. अदालत ने पुलिस को इस जोड़े की, परिवार के सदस्यों के खिलाफ की गई किसी भी शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करने को कहा.
न्यायमूर्ति धींगरा ने हाल ही में दिए अपने आदेश में कहा, ‘‘दोनों याचिकाकर्ता वयस्क हैं और अपनी पसंद से विवाह करने के लिए स्वतंत्र हैं. इसलिए मुझे लगता है कि हरियाणा राज्य में माहौल को देखते हुए उन्हें सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए जहां झूठी शान के लिए हत्या इन दिनों फैशन बन गई है.’’
मनोज (परिवर्तित नाम) और उसकी पत्नी की सुरक्षा के लिए याचिका को विचारार्थ स्वीकार करते हुए अदालत ने कहा, ‘‘जब थाना प्रभारी को इस बारे में कोई विशेष शिकायत मिलती है तो इस पर तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए.’’
वर्तमान में रानी बाग इलाके में रह रहे इस जोड़े ने याचिका में कहा है कि दोनों ही वयस्क हैं, दो अलग- अलग जातियों से संबद्ध हैं और दिल्ली में उन्होंने विवाह किया है. उन्होंने याचिका में कहा है, ‘‘अंतरजातीय विवाह करने के कारण हमारी जान को खतरा है.’’