scorecardresearch
 

सुप्रीम कोर्ट के जजों को माफ नहीं किया जा सकता, राजनीतिक साजिश है उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस: RSS नेता

RSS के सह बौद्धिक प्रमुख नंदकुमार ने फेसबुक पर लिखे एक पोस्ट में कहा है कि पिछले शुक्रवार को चार वरिष्ठ जजों द्वारा किए जाने वाले प्रेस कॉन्फ्रेंस के पीछे पूरी तरह से राजनीतिक साजिश है.

Advertisement
X
प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले सुप्रीम कोर्ट के चार जज
प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले सुप्रीम कोर्ट के चार जज

Advertisement

आरएसएस नेता जे नंद कुमार ने सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठ जजों पर राजनीतिक साजिश में शामिल होने का आरोप लगाते हुए उनकी सख्त आलोचना की है.

RSS के सह बौद्धिक प्रमुख नंदकुमार ने फेसबुक पर लिखे एक पोस्ट में कहा है, 'पिछले शुक्रवार को चार वरिष्ठ जजों द्वारा किए जाने वाले प्रेस कॉन्फ्रेंस के पीछे पूरी तरह से राजनीतिक साजिश है. इस महत्वपूर्ण समय में उन्होंने जो कुछ भी किया है, उसके लिए उन्हें माफ नहीं किया जा सकता. उन्होंने जनता की न्याय व्यवस्था में अगाध आस्था पर चोट पहुंचाने की कोशिश की है.'

उन्होंने पेयजल में जहर घोलने जैसे कार्य के लिए जजों की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि CJI ने 1984 के दंगों के मामले को फिर से खोलने का आदेश दिया है, जिसके बाद से ही उन पर हमले होने लगे हैं. उन्होंने इस बात का हवाला भी दिया कि कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल अयोध्या मामले की सुनवाई को 2019 लोकसभा चुनाव से आगे तक टालना चाहते हैं. इसका भी प्रेस कॉन्फ्रेंस के मसले से जुड़ाव है. नंद कुमार ने इंडियन एक्सप्रेस अखबार से कहा, 'ये सब घटनाएं और वामपंथी नेता डी राजा का प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले एक जज के आवास पर जाना यह संकेत देता है कि इन सबके पीछे राजनीतिक साजिश है. इस प्रेस कान्फ्रेंस का समय बहुत अहम है.'  

Advertisement

फेबसुक पर अपनी बात रखने के बारे में सफाई देते हुए नंद कुमार ने कहा कि वह आरएसएस की तरफ से बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं, इसलिए अपनी राय फेसबुक पर लिख रहे हैं. नंदकुमार ने अपना यह पोस्ट मलयालम भाषा में लिखा है. नंदकुमार इस पोस्ट में आगे कहते हैं, 'उन लोगों की पहचान करें जो पेयजल में जहर मिला रहे हैं. लोकतंत्र कुछ बुनियादी स्तंभों पर निर्भर करता है, जिनमें जनता की अगाध आस्था है. इनमें से न्यायपालिका भी एक है. जो लोग इसको ढहा देने का प्रयास कर रहे हैं, वे अक्षम्य गलती कर रहे हैं.'

नंदकुमार ने कहा, 'प्रेस कॉन्फ्रेंस में जस्ट‍िस रंजन गोगोई ने जज लोया वाले सवाल को सुना ही नहीं, लेकिन जिस तरह से एक राजनीतिक दल ने इसे लपक लिया और इस मसले को लोया मामले का नतीजा बताया, उससे इस बारे में संदेह होता है कि यह पूरी घटना राजनीतिक है. खुद जज लोय के बेटे ने कह दिया है कि उन्हें अपने पिता की मौत पर कभी कोई संदेह नहीं रहा.'  

Advertisement
Advertisement