अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर संघ के बयान पर जनता दल (यूनाइटेड) के प्रवक्ता केसी त्यागी ने भी सहमति जताई है. संघ के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी के राम मंदिर को लेकर दिए गए बयान पर जेडीयू के राज्यसभा सांसद और पार्टी प्रवक्ता केसी त्यागी का कहना हैकि राम मंदिर के विवाद को लेकर एक चीज स्थाई तौर से ध्यान में रखनी चाहिए कि बातचीत से हम इस समस्या का हल निकाल सकते थे.
केसी त्यागी के मुताबिक, अटल सरकार से लेकर नरसिम्हा राव की सरकार के दौरान देश में कई बार मौके आए, जब मामले पर आम सहमति बनाने की कोशिश की गई. लेकिन अब देर हो चुकी है. अब अदालत के फैसले के अलावा और कोई रास्ता नहीं है.
मंदिर निर्माण को लेकर मैं कोई भविष्यवाणी नहीं करना चाहता और न किसी की भविष्यवाणी पर विश्वास करता हूं. मंदिर का रास्ता खुला है तो सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही खुला है.
बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की तारीख को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने हालिया बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मंदिर का निर्माण आज शुरू होगा तो साल 2025 तक पूरा होगा.
यह बयान उन्होंने अपने पहले दिए बयान की सफाई में दिया है. उन्होंने कहा, 'हमारी इच्छा है कि 2025 तक अयोध्या में राम मंदिर बन जाए. मैंने 2025 में शुरू करने की बात नहीं की, आज शुरू होगा तो 5 वर्षों में बनेगा.'
केसी त्यागी ने कहा कि सीमा पर बिना युद्ध के जवानों की शहादत को लेकर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने जो चिंता जाहिर की है, वह सही है.
जेडीयू प्रवक्ता के मुताबिक, मोहन भागवत का वक्तव्य चिंताओं से भरा हुआ है. पाकिस्तान के साथ 12 महीनों यूं ही युद्ध चलता रहता है और घाटी में लगातार घुसपैठियों का सेना पर हमले होते रहते हैं.
केसी त्यागी ने कहा कि हमें उन बेनाम शहीदों के लिए भी सोचना चाहिए और ऐसा मेकैनिज्म डेवलप करना चाहिए ताकि बेवजह की शहादत न हो.
साथ ही उन्होंने कहा कि मिलिट्री के मेकैनिज्म पर मैं कोई टिप्पणी करना चाहता हूं. लेकिन कहीं-न-कहीं चूक जरूर है तभी युद्ध न होते हुए भी हमारे सैनिक अपनी शहादत दे रहे हैं.
70 सालों के विकास पर मोहन भागवत के बयान को लेकर केसी त्यागी का कहना है कि इस विषय पर अटल बिहार वाजपेयी मेरे आदर्श रहे हैं. उन्होंने 14 दिन के प्रधानमंत्री कार्यकाल में वक्तव्य दिया था कि लोकसभा में मैं उन लोगों में से नहीं हूं जो यह कहें कि पिछले 50 वर्षोंमें विकास नहीं हुआ.
केसी त्यागी ने कहा कि मैं अगर ऐसा कहता हूं तो किसानों, मजदूरों, वैज्ञानिकों समेत सबका अपमान होता है. विकास की रफ्तार धीमी रही होगी, लेकिन विकास निरंतर हुआ है. मैं इस थ्योरी से सहमत नहीं हूं कि पिछले 70 सालों में कुछ नहीं हुआ.