ओडिशा में बीजू जनता दल (BJD) सुप्रीमो नवीन पटनायक की वोटरों पर मजबूत पकड़ कायम है. वो 18 साल से ओडिशा के मुख्यमंत्री बने हुए हैं. इंडिया टुडे-माई-इंडिया PSE सर्वे के मुताबिक 59 फीसदी वोटर पटनायक को लगातार पांचवीं बार राज्य की बागडोर सौंपने के पक्ष में हैं. मुख्यमंत्री के लिए लोगों की पसंद के तौर पर दूसरे नंबर पर बीजेपी नेता और केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान हैं. उन्हें 21 फीसदी प्रतिभागियों ने वोट दिया.
लोकप्रियता की दृष्टि से देखा जाए, तो BJD सुप्रीमो नवीन पटनायक और उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी में बहुत बड़ा फासला है. नवीन पटनायक सरकार के कामकाज से ओडिशा में 44 फीसदी वोटर संतुष्ट हैं. सर्वे के 19 फीसदी प्रतिभागियों ने ही पटनायक सरकार के कामकाज से नाखुशी जताई. वहीं, 32 फीसदी वोटरों ने इसे औसत बताया.
ओडिशा के लिए PSE सर्वे में राज्य के 21 संसदीय क्षेत्रों से 8,232 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. ओडिशा में 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में 147 सदस्यीय सदन में BJD को 117, BJP को 10, कांग्रेस को 16, CPIM और समता क्रांति दल को 1-1 और निर्दलीयों को 2 सीटों पर कामयाबी मिली थी.
बिहार में नीतीश और झारखंड में रघुवर दास का जलवा
वहीं, बिहार में नीतीश कुमार और झारखंड में रघुवर दास का जलवा बरकरार है. नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद के लिए राज्य के 46 फीसदी लोगों की पहली पसंद बने हुए हैं, जबकि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को 28 फीसदी लोग मुख्यमंत्री बनते देखना चाहते हैं. इस रेस में सुशील मोदी तीसरे और राबड़ी देवी चौथे नंबर पर हैं.
उधर, झारखंड में मुख्यमंत्री रघुवर दास को PSE सर्वे में 38 फीसदी प्रतिभागियों ने मुख्यमंत्री के तौर पर पहली पसंद बताया. लोकप्रियता के मामले में झारखंड मुक्ति मोर्चा के हेमंत सोरेन भी रघुवर दास से काफी पीछे नहीं हैं. सोरेन को 28 फीसदी वोटरों ने मुख्यमंत्री के तौर पर अपनी पसंद बताया. झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के प्रमुख बाबू लाल मरांडी को भी सर्वे 13 फीसदी प्रतिभागी राज्य के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं.