कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेठी की पारंपरिक सीट के साथ ही सुदूर केरल में वायनाड लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ने का फैसला किया तो आलोचकों ने उन पर कड़ा प्रहार किया. अमेठी में राहुल को चुनौती दे रहीं बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने आरोप लगाया कि जिस क्षेत्र के मतदाताओं ने राहुल को तीन बार लोकसभा भेजा, उन्होंने उसी क्षेत्र को उसके हाल पर छोड़ दिया.
लेकिन इंडिया टुडे का सर्वे बताता है कि राहुल ने आखिर चुनावी बिसात पर वायनाड दांव क्यों चलने का फैसला लिया. अमेठी के साथ उन्हें केरल की इस लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की नौबत क्यों आई. दरअसल दक्षिण में कर्नाटक को छोड़ सभी राज्यों में राहुल गांधी की लोकप्रियता मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अधिक है. ये निष्कर्ष इंडिया टुडे के पॉलिटिकल स्टॉक एक्सचेंज के लिए एक्सिस माई इंडिया की ओर से कराए सर्वे से सामने आया है.
अप्रैल PSE सर्वे के मुताबिक राहुल की लोकप्रियता दक्षिण में 51% है, वहीं मोदी को दक्षिण में सिर्फ 39% वोटर ही प्रधानमंत्री के लिए अगला कार्यकाल देने के पक्ष में है.
सर्वे बताता है कि केरल में 64% वोटर राहुल को अगला प्रधानमंत्री बनाने के हक में है. वहीं नरेंद्र मोदी को केरल में सिर्फ 22% वोटरों का ही समर्थन हासिल है. राज्य में 14% वोटर कोई स्पष्ट राय नहीं जता सके.
केरल जैसे ही तमिलनाडु में भी राहुल की लोकप्रियता मोदी से अधिक है. इस राज्य में 59% राहुल को प्रधानमंत्री बनते देखना चाहते हैं. PSE बताता है कि तेलंगाना में राहुल को 48% और मोदी को 41% वोटरों का समर्थन हासिल है. आंध्र प्रदेश में ताजा PSE सर्वे के मुताबिक राहुल गांधी की लोकप्रियता 59% और मोदी की 26% है.
दक्षिण में सिर्फ कर्नाटक ऐसा राज्य है जहां मोदी की लोकप्रियता राहुल से ज्यादा है. कर्नाटक में 61% मतदाता मोदी और 30% राहुल को अगला प्रधानमंत्री बनते देखना चाहते हैं.
देश के बाक़ी हिस्सों यानी उत्तर, पूर्व और पश्चिम में मोदी लोकप्रियता की दौड़ में राहुल गांधी से आगे हैं. ताजा PSE सर्वे के मुताबिक प्रधानमंत्री की लोकप्रियता का आंकड़ा उत्तर में 56%, पूर्व में 55% और पश्चिम में 58% है.
मेथेडोलॉजी
PSE सर्वे देश भर में टेलीफोन पर लिए गए साक्षात्कारों पर आधारित है. इसमें 175,544 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया.